PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार एनडीए में नीतीश कुमार या जेडीयू को बड़ा भाई मानने से इंकार कर दिया है. चिराग पासवान ने कहा कि गठबंधन में न कोई बड़ा भाई है या ना छोटा भाई. उन्हें 2019 में ही अमित शाह ने कहा था कि लोक जनशक्ति पार्टी को विधानसभा की 42 सीटें मिलेंगी. LJP के अध्यक्ष ने कहा कि दर्जनों बार फोन करने के बावजूद नीतीश कुमार ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया. मिलने की तो छोड़िये फोन पर बात तक नहीं की. चिराग ने कहा कि कोई भी लोजपा को छोटा समझने की भूल नहीं करे.
नीतीश ने चिराग पासवान से बात तक नहीं की
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज बिहार एनडीए में चल रहे शीतयुद्ध और नीतीश कुमार की कहानी सार्वजनिक कर दी. एक इंटरव्यू में चिराग पासवान ने कहा
“नीतीश कुमार जी ने मुझे मिलने का समय नहीं दिया है. एक लंबे समय से नहीं दिया है. ऐसा भी नहीं है कि एक बार मिलने का समय नहीं दिया. ये नहीं कि मैंने एक दिन फोन किया और मुझे मिलने का समय नहीं दिया. निरंतर मेरे फोन गये हैं उनके कार्यालय और घर पर. मैंने मिलने का आग्रह किया है. कई दफा मेरे क्षेत्र के कुछ ज्वलंत मुद्दे थे जिस पर मुझे लगा कि उनसे मिलकर बात करना जरूरी है. सिर्फ चुनाव की बात नहीं थी. लेकिन मेरी उनसे मुलाकात नहीं हो पायी. मुलाकात ही नहीं मेरी उनसे फोन पर भी बात नहीं हो पायी.”
चिराग पासवान की स्वीकारोक्ति ये बताने के लिए काफी है कि बिहार एनडीए में क्या खेल चल रहा है. FIRST BIHAR ने पहले ही कहा था कि नीतीश कुमार हर हाल में चिराग पासवान को निपटाने पर आमदा हैं. चिराग पासवान ने आज बताया कि उनके साथ नीतीश कुमार ने क्या सलूक किया.
गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं
हालांकि बीजेपी ने कई दफे कहा है कि उसके गठबंधन में सब कुछ ठीक है. लेकिन चिराग पासवान ने इससे इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनके लिए गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है. गठबंधन में नीतीश कुमार और जेडीयू का रवैया चिंताजनक है.
बिहार NDA में कोई बडा भाई नहीं, हम जेडीयू के लिए कॉम्प्रोमाइज नहीं करेंगे
चिराग पासवान ने आज बिहार के NDA गठबंधन में नीतीश कुमार के बडे भाई होने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में कोई बड़ा भाई और कोई छोटा भाई नहीं है. हम बीजेपी के साथ 2014 से हैं. 2014 में हमारा-बीजेपी से तालमेल होने के वक्त ही सब कुछ क्लीयर हो गया था. उसके बाद कोई गठबंधन में आता है तो हम उसके लिए क्यों कॉम्प्रोमाइज क्यों करें. हम जेडीयू के लिए कोई कॉम्प्रोइज करने को तैयार नहीं हैं.
एलजेपी को छोटा समझने की भूल न करें
चिराग पासवान ने कहा कि ये परसेप्शन बनाया जा रहा है कि एलजेपी छोटी पार्टी है. अगर आप मान भी लें कि हम छोटी पार्टी हैं तो भी हमारी हार-जीत में बड़ी भूमिका है. हमारा रोल वैसा ही है जैसे दाल में नमक का होता है. अगर दाल में नमक नहीं दिया जाये तो फिर दाल कौन खायेगा.
चिराग ने कहा कि बिहार में पांच दर्जन से ज्यादा ऐसी सीटें होती हैं जहां जीत हार का मार्जिन 10 हजार से कम होता है. इसके अलावा कई और ऐसी सीट होती है जहां मार्जिन 10 से 15 हजार के बीच होता है. कुल मिलाकर 100 ऐसी सीटें होती हैं जहां जीत-हार का अंतर कम होता है. क्या आप नहीं मानेंगे कि ऐसी सीटों पर जीत हार तय करने में एलजेपी की अहम भूमिका होती है. इसलिए कोई हमें छोटी पार्टी करार देकर इग्नोर करने की कोशिश नहीं करे.
सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं हुई है
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने जोर देकर कहा कि सीटों के बंटवारे पर उनकी कोई बातचीत बीजेपी या जेडीयू के किसी नेता से नहीं हुई. एलजेपी के किसी नेता ने सीट बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं की है. चिराग बोले
“मैं पूरी इमानदारी के साथ क्लीयर करना सीट बंटवारे पर लोक जनशक्ति पार्टी के किसी नेता की कोई बातचीत बीजेपी-जेडीयू के किसी नेता से नहीं हुई. विधानसभा में सीट बंटवारे पर हमारी कोई बातचीत नहीं हुई है. ना ही हमारी कोई बातचीत राज्यपाल कोटे से मनोनीत होने वाले 12 एमएलसी कोटे पर हुई है. पता नहीं ये अफवाह कहां से फैलती है कि भूपेंद्र यादव जी से हमारी सीट बंटवारे पर बातचीत हुई है. ये कौन से सूत्र हैं जिनके हवाले से खबर चलायी जा रही है, मुझे नहीं पता.”
अमित शाह ने कहा था कि हमें 42 सीटें मिलेंगी
चिराग पासवान ने कहा कि 2014 में जब बीजेपी से हमारा तालमेल हुआ तो हमें लोकसभा की सात सीटें मिली थी. सामान्य सा फॉर्मूला है कि लोकसभा सीटों को 6 से गुणा करके विधानसभा में सीट तय होती हैं. 2019 में जब हमारी लोकसभा की एक सीट कम करके राज्यसभा की एक सीट दी जा रही थी तो उसी वक्त मैंने बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने ये सवाल उठाया था. मैंने उसी वक्त कहा था कि ऐसा नहीं हो कि इसी आधार पर विधानसभा में हमारी सीटें कम कर दी जायें. तब अमित शाह जी ने कहा था ऐसा कुछ नहीं होगा. लोकसभा में सीटों के बंटवारे के आधार पर विधानसभा में लोक जनशक्ति पार्टी की सीटें कम नहीं की जायेंगी.
चिराग पासवान ने कहा कि 2019 में ही अमित शाह ने स्पष्ट रूप से कहा था कि नहीं विधानसभा की चिंता करने की जरूरत नही है. वहां ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं होगी. हम बीजेपी के उसी वादे पर यकीन कर रहे हैं.