चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, 29 अप्रैल को होगी सुनवाई

चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, 29 अप्रैल को होगी सुनवाई

RANCHI : ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम, उसके चचेरे भाई आलोक रंजन एवं अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले आईओ ने  विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा के आवासीय कार्यालय में चार्जशीट दाखिल किया है। अब इस चार्जशीट पर अदालत 29 अप्रैल को संज्ञान लेगी। इसके बाद समन जारी किया जाएगा। साथ ही जांच जारी रखने की बात कही गई है।


चार्जशीट में कहा गया है कि वीरेंद्र ने परिवार के सदस्यों एवं अन्य के साथ मिलकर करोड़ों की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है। जो प्रोसिड्स ऑफ क्राइम से जुड़ी प्रक्रिया या गतिविधि में सीधे तौर पर शामिल है। इस चार्जशीट में वीरेंद्र के अलावा टेंडर मैनेज कर अवैध कमाई करने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी दी गयी है। साथ ही यह भी बताया गया है कि किस-किस को कितना हिस्सा मिलता था और किसकी क्या भूमिका थी।


मालूम हो कि,प्रवर्तन निदेशालय ने टेंडर में कमीशन घोटाले को लेकर 22 फरवरी को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार किया था। इससे एक दिन पहले 21 फरवरी को ईडी ने वीरेंद्र के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान ईडी को लगभग डेढ़ करोड़ के जेवरात समेत देश के कई शहरों में करोड़ों के निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले थे।


आपको बताते चलें कि, वीरेंद्र राम के पास रांची, जमशेदपुर और दिल्ली में करीब आधा दर्जन से अधिक आलीशान बंगले हैं, जिसे ईडी बुधवार को जब्त करेगी। वीरेंद्र राम उनकी पत्नी, पिता और रिश्तेदारों के बैंक खातों को ईडी ने पहले ही फ्रीज करा दिया था। अब ईडी उसकी भी विधिवत जब्ती करेगी, ताकि वीरेंद्र राम के रिश्तेदार उसका उपयोग न कर पाएं। वीरेंद्र राम की काली कमाई से अर्जित संपत्तियां ईडी की एडजुकेटिंग अथॉरिटी की सहमति के बाद सरकारी घोषित हो जाएंगी।