SARAN : बिहार के छपरा जिले में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिले के मांझी नगर पंचायत क्षेत्र में पिछले 48 घंटे के अंदर 200 लोग डायरिया के शिकार हो गए हैं। इन लोगों का इलाज सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में जारी है। इस इलाके में डायरिया पूरी तरह महामारी का रूप ले चुका है और बारी-बारी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है।
इस मामले को लेकर मांझी पीएचसी में ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के मुताबिक पिछले 48 घण्टे के भीतर डायरिया के शिकार एक सौ से अधिक मरीज इलाज हेतु पीएचसी में आ चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ निजी अस्पतालों और अपने घरों में इलाजरत मरीजों की संख्या भी एक सौ के आसपास बताई जा रही है। इसके अलावा डायरिया से गंभीर रूप से पीड़ित लगभग दो दर्जन मरीज छपरा सदर अस्पताल में जीवन और मौत से जंग लड़ रहे हैं।
वहीं, तेजी से बढ़ रहे मरीजों की संख्या के कारण अब इलाज हेतु अस्पताल प्रबंधन द्वारा जरूरी दवाओं और पानी की बोतल की खरीददारी निजी दुकानों से भी की जा रही है। इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों द्वारा भी दवाई की उपलब्धता को लेकर विभाग को सूचित किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द इलाके में दवाई उपलब्ध करवाया दी जाएगी साथ ही समुचित इलाज कर मामलों पर काबू पा लिया जाएगा।
इधर, मरीजों के इलाज में लगे चिकित्सकों का कहना है कि महामारी फैलने में पीएचईडी की टंकी से हो रही सप्लाई वाले दूषित पेयजल और केमिकल युक्त फास्टफूड को कारण बताया है। जबकि, डायरिया महामारी की वजह से मांझी नगर पंचायत क्षेत्र में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बना हुआ है।