PATNA : शराबबंदी वाले राज्य बिहार के शरण में जहरीली शराब पीने से अबतक 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसको लेकर बिहार की राजनीतिक गलियारों में सबसे अधिक शोरगुल मची हुई है। विपक्षी दल भाजपा द्वारा इस मसले को लेकर सड़क से सदन तक हंगामा किया जा रहा है। इसके बाद अब इस पूरे प्रकरण को लेकर सरकार काफी तेज गति से कार्य कर रही ह। इसका असर यह है कि, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव द्वारा उत्पाद विभाग के दो पदाधिकारियों को शो कॉज नोटिस जारी की गई है।
दरअसल, बिहार के सारण जिले के मशरक प्रखंड के जहरीली शराब घटनाक्रम को लेकर उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में आंतरिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर बिहार के अपर मुख्य सचिव ने दो पदाधिकारी सारण के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार व क्षत्रिय उत्पाद निरीक्षक अशोक कुमार को शो कॉज नोटिस जारी किया है। इन दोनों पदाधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है। इन्हें सारण घटनाक्रम की पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि, आखिरकार किस वजह से या घटना घटित हुई इसकी जानकारी भी मुहैया करवाएं। इन से यह सवाल किया गया है कि, किसकी लापरवाही के कारण इतनी बड़ी घटना हुई और शुरुआती स्तर पर जिम्मेवारी किसकी तय होती है।
इसके साथ ही साथ प्रमुख सचिव द्वारा इन दोनों से यह पूछा गया है कि, मानकों को पालन करने में कहां-कहां लापरवाही बरती गई, जिसके कारण इतनी बड़ी घटना घटित हुई। इसका भी जवाब इन दोनों पदाधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर देना है। इन दोनों पदाधिकारियों के जवाब देने के उपरांत विभाग अपने स्तर पर समीक्षा कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगी।
गौरतलब हो कि, सड़क में जहरीली शराब पीने से अब तक 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। वहीं पूरे बिहार की बात करें तो यह आंकड़ा 90 के लगभग पहुंचने वाला है। अब इस मामले में प्रशासन और सरकार की सख्ती बढ़ गई है। इसका प्रमाण यह है कि सारण के एसपी द्वारा अब तक इसुआपुर के थानेदार संजय राम, चौकीदार हरि राय, दफादर कृष्णा सिंह, मशरक चौकीदार रामनाथ मांझी को सस्पेंड कर दिया है।वहीं, पूरे प्रकरण को लेकर गठित की गई एसआईटी की टीम द्वारा कुख्यात अवैध शराब कारोबारी अखिलेश राय उर्फ अखिलेश कुमार यादव को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही साथ इस टीम द्वारा शराब माफिया अनिल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों का सांठ - गांठ सत्ता के दरवाजे तक भी बताया जा रहा है।