MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में लोक आस्था का महापर्व छठ बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। काफी ज्यादा साफ सफाई एवं नियम विधि विधान से इस पर्व को महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी करते हैं। इस बार मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में 47 महिला के साथ-साथ 49 पुरुष बंदी भी छठ कर रहे हैं।
लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व को लेकर बंदियों में इतनी ज्यादा आस्था है कि जेल में बंद तीन मुस्लिम के साथ-साथ एक सिख धर्म के मानने वाले बंदी भी इस बार छठ कर रहे हैं। केंद्रीय कारा में महिलाओं से अधिक इस बार पुरुष बंदी महापर्व छठ कर रहे हैं। जेल प्रशासन द्वारा छठ पूजा के तैयारी इस कदर किया जाता है कि जेल में बंद बंदियों को यह एहसास नहीं होता कि वह घर में है या फिर अपनी गुनाहों का सजा काट रहा हैं।
जेल प्रशासन जेल के अंदर पोखर को चारों तरफ रंग रोगन करने के साथ-साथ पेंटिंग भी कराई है। इतना ही नहीं छठ व्रत करने वाले लोगों के लिए नए वस्त्र से लेकर पूजा पाठ करने का सारा सामान उपलब्ध कराया जाता है। जेल अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता ने बताया कि इस बार जेल के अंदर महिलाओं से अधिक पुरुष बंदी लोक आस्था का महापर्व छठ कर रहे हैं। इसमें तीन मुस्लिम और एक सिख धर्म के मानने वाले भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को नहाए खाए के साथ अनुष्ठान की शुरुआत हो जाएगी। कल नहाए खाए के लिए उपयोग होने वाली सभी सामग्री पूरी कर ली गई है। सभी छठ व्रत करने वाले बंदी को नए कपड़े के साथ-साथ सभी पूजा में उपयोग होने वाली सुविधाएं जेल प्रशासन मुहैया कराएगा। साफ सफाई से लेकर पूरी तैयारी हो गई है। लोक आस्था का महापर्व जब जेल के अंदर होता है तो यह मनोरम दृश्य होता है। इस आस्था के महापर्व छठ का जेल के अंदर इतनी हर्षोल्लास से होना अपने आप में अदुतिय लगता है।