NAWADA: पुलिस कस्टडी में युवक की मौत पर एक्शन, थानाध्यक्ष सहित 4 पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज जयमाला के दौरान हर्ष फायरिंग: गोली लगने से दुल्हन के फुफेरे भाई की दर्दनाक मौत बिहार फ़िल्म सिटी परियोजना में निवेशकों ने दिखाई दिलचस्पी, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अहम बैठक पश्चिम चंपारण में 2 नाव की टक्कर: गंडक नदी में नाव पलटने से 15 लोग डूबे, 2 बच्चियां लापता GOPALGANJ: भाजपा नेता की पत्नी को मिली धमकी, BJP MLC गप्पू सिंह पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा Bihar News: बिहार में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम, राज्य के इन फार्मर्स को मिलेगा बड़ा फायदा सुपौल के पिपरा नगर पंचायत में भ्रष्टाचार का बोलबाला, सड़क पर उतरे लोगों ने किया प्रदर्शन Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश Bihar News: बिहार में BSRTC के बेड़े में बढ़ेगी CNG बसों की संख्या, परिवहन विभाग की बैठक में मंत्री ने दिए निर्देश
1st Bihar Published by: Updated Sun, 30 Oct 2022 01:10:23 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसी बीच राजधानी पटना से दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ और बिहार के सबसे पॉवरफुल आईएएस अधिकारी छठ पूजा मना रहे हैं। दिलचस्प बात तो ये है कि वे खुद ठेकुआ का प्रसाद भी बनाते दिख रहे हैं।
छठ एक ऐसा त्योहार है, जिसमें हर वर्ग के लोग साधारण ढंग से पूजा-पाठ करते हैं। इसी बीच आईएएस अधिकारी डॉक्टर एस सिद्धार्थ भी छठी मैया की पूजा करने के लिए अपने हाथ से ठेकुआ बना रहे हैं। उनकी सादगी की चर्चा कई बार पहले भी हो चुकी है। पिछले दिनों वह रात के करीब 10 बजे रोड पर बैठकर सब्जी खरीदते दिखे थे। इस दौरान उनके साथ कोई सिक्यूरिटी या कोई बॉडी गार्ड मौजूद नहीं था।
आपको बता दें, लोक आस्था का महापर्व छठ का आज यानी रविवार को तीसरा दिन है। व्रती आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देंगे। वहीं, कल छठ पूजा के आखिरी दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जिसके बाद व्रती हवन और पारण करेंगे। छठ घाट पर अर्घ्य को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए कई व्रती गंगा तट पर पहुंचते हैं तो कई लोग अपने घरों के छठ पर ही अर्घ्य देते हैं।