Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात दरभंगा को मिली बड़ी सौगात: ननौरा-मोहम्मदपुर सड़क का होगा चौड़ीकरण, 25.55 करोड़ की स्वीकृति एक सिपाही ऐसा भी: 12 साल ड्यूटी पर नहीं गया, फिर भी घर बैठे लेता रहा 28 लाख सैलरी!
1st Bihar Published by: Updated Sun, 30 Oct 2022 01:10:23 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसी बीच राजधानी पटना से दिल को छू लेने वाली तस्वीर सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ और बिहार के सबसे पॉवरफुल आईएएस अधिकारी छठ पूजा मना रहे हैं। दिलचस्प बात तो ये है कि वे खुद ठेकुआ का प्रसाद भी बनाते दिख रहे हैं।
छठ एक ऐसा त्योहार है, जिसमें हर वर्ग के लोग साधारण ढंग से पूजा-पाठ करते हैं। इसी बीच आईएएस अधिकारी डॉक्टर एस सिद्धार्थ भी छठी मैया की पूजा करने के लिए अपने हाथ से ठेकुआ बना रहे हैं। उनकी सादगी की चर्चा कई बार पहले भी हो चुकी है। पिछले दिनों वह रात के करीब 10 बजे रोड पर बैठकर सब्जी खरीदते दिखे थे। इस दौरान उनके साथ कोई सिक्यूरिटी या कोई बॉडी गार्ड मौजूद नहीं था।
आपको बता दें, लोक आस्था का महापर्व छठ का आज यानी रविवार को तीसरा दिन है। व्रती आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य देंगे। वहीं, कल छठ पूजा के आखिरी दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जिसके बाद व्रती हवन और पारण करेंगे। छठ घाट पर अर्घ्य को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सूर्य देवता को अर्घ्य देने के लिए कई व्रती गंगा तट पर पहुंचते हैं तो कई लोग अपने घरों के छठ पर ही अर्घ्य देते हैं।