चार्टर प्लेन से उतरे सत्तापक्ष के 38 विधायक, खराब मौसम के चलते नहीं जा सके हैदराबाद

चार्टर प्लेन से उतरे सत्तापक्ष के 38 विधायक, खराब मौसम के चलते नहीं जा सके हैदराबाद

RANCHI: झारखंड में सियासी हलचल के बीच बड़ी खबर रांची से आ रही है जहां सत्तापक्ष के 38 विधायकों हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी थी उनको 2 चार्टर प्लेन से हैदराबाद ले जाना था लेकिन मौसम खराब रहने की वजह से प्लेन उड़ान नहीं भर सका। चार्टर प्लेन में सवार सभी विधायकों को रांची एयरपोर्ट पर उतारा गया। जहां से सभी को बस के जरिये सर्किट हाउस ले जाया जा रहा है। 


मिली जानकारी के अनुसार लो विजिबिलिटी के कारण चार्टर प्लेन को हैदराबाद के लिए रवाना नहीं किया गया। सभी विधायक रांची एयरपोर्ट से सर्किट हाउस लौट रहे हैं। हैदराबाद जाने वाले विधायकों में झामुमो, राजद , कांग्रेस और भाकपा माले के विधायक शामिल थे। विधायकों को रांची के बाहर शिफ्ट को लेकर बन्ना गुप्ता ने कहा कि आत्मरक्षा के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हम लोग बहुमत में हैं। खेत को साड़ से बचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। बता दें कि सभी 38 विधायकों को रांची एयरपोर्ट लाया गया था जहां 2 चार्टर प्लेन से सभी को हैदराबाद ले जाना था। 


हैदराबाद में सत्तापक्ष के 38 विधायकों के ठहरने की व्यवस्था शामिरपेट स्थित रिमेरेडियन रिजॉर्ट में किया गया था। लेकिन मौसम खराब रहने के कारण प्लेन उड़ान नहीं भर सका। जिसके बाद अब सभी विधायक सर्किट हाउस लौट रहे हैं। जहां सभी रात्रि विश्राम करेंगे। इसे पहले शाम साढ़े 5 बजे विधायक दल के नेता चंपई सोरेन के साथ सत्तापक्ष के पांच विधायक राज्यपाल से मिलने राजभवन गये थे। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात के बाद चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। हालांकि राज्यपाल से कल के लिए आश्वासन मिला है। जिसके बाद सत्तापक्ष के विधायक सर्किट हाउस से बस के जरिये रांची एयरपोर्ट पहुंचे थे। रांची से हैदराबाद सभी 39 विधायकों को 2 चार्टर प्लेन से ले जाया गया है। 


विमान के उड़ान भरने का इंतजार कर रहे विधायकों ने अपनी यात्रा शुरू होने से पहले मोबाइल से फोटो भी ली। इस तस्वीर में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन व अन्य विधायक नजर आए। बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता भेज दिया था। लेकिन झारखंड में दावा पेश करने के एक दिन बाद भी सरकार बनाने का न्यौता नहीं भेजा गया। 


झारखंड की राजनीतिक हालात पर सबकी नजर बनी हुई है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा है कि "पहले ईडी लगाकर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने पर मजबूर किया। उन्हें गिरफ्तार किया गया। अब खबरें हैं कि नई सरकार का गठन रोककर विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। पहले बिहार, फिर चंडीगढ़ और अब झारखंड - भाजपा हर राज्य में धनादेश के दम पर जनादेश को कुचल रही है।