PATNA: छपरा में जहरीली शराब पीने से 80 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी है। इसकी गूंज बिहार विधानसभा से लेकर संसद तक सुनाई दी। जिसके बाद अवैध शराब से मौत मामले की जांच करने के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम छपरा पहुंची। छपरा सदर अस्पताल में मानवाधिकार आयोग की टीम ने सिविल सर्जन से घटना की जानकारी ली।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम के छपरा आने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मानवाधिकार आयोग की टीम भी एजेंडे के रूप में काम कर रही है। जहरीली शराब कांड को लेकर मानवाधिकार आयोग की टीम आज बिहार के छपरा पहुंची है। यदि मानवाधिकार आयोग की टीम बिहार आई है तो मध्यप्रदेश गए थे क्या? एजेंडा पर यह लोग काम कर रहे हैं। सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। भारत सरकार की रिपोर्ट एनसीआर की रिपोर्ट क्या इन्होंने पार्लियामेंट में प्रस्तुत किया था? अगर आए भी है तो हरियाणा या मध्य प्रदेश क्या गए थे? बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि चार महीने पहले ये लोग कहां थे?
जब बीजेपी सरकार में थी तो क्या कर रही थी? मानवाधिकार की टीम से यह पूछिये कि क्या अपने मन से बिहार आए हैं? मानवाधिकार आयोग की टीम एक एजेंडा के तहत बिहार आई है। इनलोगों को जो करना है करने दीजिए। असल में बीजेपी वाले लोग सरकार के कामों से घबरा गए हैं और अभी घबराहट में हैं। नौकरी के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है। आज बिहार कैबिनेट ने 85 हजार पद सृजित किया है। हम लगातार नौकरियां दे रहे हैं। इसी बात से बीजेपी के लोग घबराए हुए है।