PATNA : बिहार में रामचरितमानस को लेकर चल रहे विवादों के बीच अब एक बार फिर से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का बयान सामने आया है। ललन सिंह ने एक बाद फिर से बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के मामले में गेंद तेजस्वी के पाले में डाल दी है। उन्होंने बिलकुल साफ़ तौर पर कह दिया है कि, उनका क्या करना है और नहीं करना है इसका फैसला राजद के लोग करेंगे वो इसको लेकर पूरी तरह से सक्षम हैं। गठबंधन का मतलब यह नहीं होता कि, आप सभी दलों के नेता के ऊपर अपना नियंत्रण रखें।
जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि, जदयू सभी धर्म और सभी के भावनाओं का सम्मान करती है। हम ऐसे किसी भी बयान का विरोध करते हैं जो किसी की धार्मिक भावना को आहत करे। ललन सिंह ने कहा कि इस मामले में आरजेडी नेतृत्व को ही फैसला करना है। इसके आलावा उन्होंने उपेंद्र कुशवाह के तरफ से पार्टी को लेकर दिए गए बयानों को लेकर कहा कि, हमारी पार्टी काफी मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। पार्टी का आधार काफी तेजी से बढ़ रहा है।
इसके आलावा उन्होंने बिहार भाजपा के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के तरफ से दिए गए बयानों को लेकर कहा कि, वो स्वतंत्रता सेनानी हैं और फ्रीडम फाइटर कुछ भी बोल सकता है। इस देश में उनको बोलने की आजादी है। हमलोग न कभी किसी के बारें में कुछ गलत बोलें हैं और न ही बोलेंगे। ये उनका संस्कार होगा जो उन्हें किन्हीं के बारे में गलत शब्दों के इस्तेमाल की आजादी देती होगी।
इसके साथ ही ललन सिंह ने जब यह सवाल किया गया कि, पिछले दिनों जेडीयू के तरफ से रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान को गलत बताया है तो उन्होंने कहा कि, यह राजद का कहना हो सकता हैं, हम अपनी पार्टी के बारे में जानते हैं सबका ठिका लेकर हम नहीं बैठे हुए हैं। इसके आलावा चिराग पासवान द्वारा नीतीश कुमार के वापस से पलटी मारने वाले बयानों पर कहा कि, वो बहुत बड़े क्रांतिकारी नेता बने हुए हैं और उनके जैसे जो भी क्रांतिकारी लोग हैं उनके बारे में मुझे कुछ भी नहीं कहना है।
दरअसल, ललन सिंह ने यह बात जनता दल यू प्रदेश कार्यालय में आयोगित एक मिलन समारोह कार्यक्रम के दौरान कही है। वह बीजेपी नेता राजीव रंजन ने एक बार फिर से जदयू की सदस्यता दिला रहे थे। इस दौरान ललन सिंह ने कहा कि राजीव रंजन रास्ता भटक गए थे, वे बड़का झूठा पार्टी में चले गए थे सुबह से शाम तक झूठ का पुलिंदा भारतीय जनता पार्टी बोलती रहती है। भाजपा के किसी भी नेता में साहस नहीं है कि वह जनता को बताए कि 8 साल में उन्होंने कौन-कौन से काम किया है। केंद्र सरकार ने 2014 में कहा था कि दो करोड़ लोगों को हर साल नौकरी देंगे लेकिन आज वही नौजवान ठगा गया है और आज 10 हजार की नौकरी करने के लिए दूसरे प्रदेश जा रहा है। वो लोग सुबह से शाम तक धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं इससे ज्यादा इन लोगों को कोई काम नहीं है।इसी कारन वो लोग हंगामा कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि, चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर बिहार की सियासत में बबाल मचा हुआ है। जेडीयू की तरफ से सबसे पहले मंत्री अशोक चौधरी ने मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ मोर्चा खोला था। आज पटना में जेडीयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर के खिलाफ एतराज जताते हुए महावीर मंदिर में मानस पाठ किया और अब जेडीयू अध्यक्ष ने भी इस मामले में गेंद लालू और तेजस्वी के पाले में डाल दी है।