DESK: हिन्दुओं के धर्म ग्रंथ रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव चारों ओर से घिर चुके हैं। विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ-साथ महागठबंधन के सहयोगी दल भी अब उनके इस टिप्पणी को लेकर हमलावर हैं। प्रो. चंद्रशेखर के इस विवादित बयान की चर्चा प्रयागराज में हुई। अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में शामिल होने पहुंचे स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि हिन्दुओं के धर्म ग्रंथ रामचरितमानस पर ओछी टिप्पणी करने वाले नेता दूसरे धर्म ग्रंथ पर टिप्पणी करके दिखाएं।
प्रयागराज स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी का फूल-माला के साथ स्वागत हुआ। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ पूरा इलाका गूंज उठा। शिविर में पहुंचे स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की सनातन धर्म के बल पर ही सृष्टि संचालित हो रही है। आदि-अनादि काल से सनातन धर्म का अस्तित्व है।
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा राजनेताओं से जनता का भला नहीं हो रहा है। सनातन धर्म के प्राण श्री रामचरित मानस पर ओछी टिप्पणी करके नेता खुश हो रहे हैं। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की प्रभु राम का पूरा जीवन समाज को जोड़ने के लिए रहा है। लेकिन कुछ लोग वोट के लिए प्रभु राम के जीवन पर प्रश्न वाचक चिन्ह लगा रहे हैं। जो न्यायोचित नहीं है।
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की पूरी दुनिया प्रभु राम को सबरी और निषाद राज के राम के रूप में जानती है। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की नेताओं को श्री रामचरित मानस पर गलत टिप्पणी नहीं करना चाहिए।
स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की क्या जिस नेता ने श्री रामचरित मानस पर टिप्पणी किया है वह दूसरे धर्म के पूज्य ग्रंथ पर टिप्पणी कर सकते हैं? स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की प्रभु राम सद्भावना और सामाजिक न्याय के प्रतीक हैं। इस अवसर पर संदीप ब्रह्मचारी,नागेश शुक्ला,अजय पांडेय,राजीव मौर्य,जितेंद्र यादव उपस्थित रहे।