PM Modi Bihar Visit: पीएम के पूर्णिया दौरे से पूर्व तेजस्वी यादव ने पूछे तगड़े सवाल, रैलियों के बेहिसाब खर्च पर भी बोले.. IND vs PAK: मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से बिना हाथ मिलाए क्यों लौट आए सूर्या और शिवम? कप्तान ने खुद किया खुलासा.. Bihar News: दरभंगा में यूट्यूबर ने मंत्री जीवेश कुमार पर लगाया पिटाई का आरोप, जमकर हुआ बवाल Bihar Weather: बिहार के दर्जन भर जिलों में आज होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन Bihar News: चुनावी तैयारी में जुटे JDU नेता दिव्यांशु भारद्वाज, मोतिहारी में जन संवाद कार्यक्रम का किया आयोजन PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त, SPG ने संभाली कमान; जमीन से आसमान तक पहरा बेगूसराय में सम्राट चौधरी का तीखा हमला, जनसुराज को बताया ‘कुकुरमुत्ता पार्टी’ Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 12 Mar 2024 01:14:11 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: देशभर में सीएए लागू होने के बाद यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। मुस्लिम संगठनों ने सीएए को असंवैधानिक बताते हुए उसपर रोक लगाने की मांग शीर्ष अदालत से की है। CAA अधिसूचना को लागू करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है।
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सोमवार को अधिसूचना जारी करने के बाद पूर्वोत्तर के कुछ राज्यों को छोड़कर यह कानून पूरे देश में लागू हो गया। देश में इस नागरिकता (संशोधन) अधिनियम- 2019 के लागू होने के बाद दूसरे देशों से भारत आए गैर-मुस्लिम समुदाय के शर्णार्थियों को केंद्र की सरकार भारत की नागरिकता दे सकेगी।
इस कानून के लागू होने के अगले ही दिन मुस्लिम संगठन इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। मंगलवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इनका कहना है कि यह कानून मुस्लिमों से भेदभाव करता है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पेडिंग है। ऐसे में सरकार को इसे लागू नहीं करना चाहिए था। आईयूएमएल की ओर से देश की सबसे बड़ी अदालत में दी गई याचिका में सीएए को असंवैधानिक करार दिया गया है और सीएए पर स्टे लगाने की मांग भी की गई है।
बता दें कि विवादों में रहे सीएए को लागू किए जाने के बाद अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आने वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारत की नागरिकता दी जा सकेगी। सीएए के नियम जारी हो जाने के साथ ही मोदी सरकार इन तीन देशों के प्रताड़ित गैर-मुस्लिम प्रवासियों (हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई) को भारतीय नागरिकता देना शुरू कर देगी हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले इसे लागू करने को लेकर सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं।