PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग के तरफ से शिक्षक बहाली के तीसरे चरण के लिए 15 मार्च को दो पालियों में परीक्षा होनी है। जिसके लिए 26 जिलों में 415 केंद्र बनाए गए हैं। इसी बीच अब एग्जाम से पहले आयोग की ओर से एक अहम नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस में लिखा गया है कि परीक्षा केंद्र से जुड़ी सभी जानकारी अभ्यर्थियों के डैशबोर्ड पर अपलोड कर दी गई है। वहां से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
दरअसल, 15 मार्च को पहली पाली की परीक्षा के लिए 2.14 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जबकि दूसरी पाली में 1.60 लाख अभ्यर्थियों के लिए 277 केन्द्र बनाए गए हैं। पटना में 30 के केन्द्रों पर परीक्षा होगी। तीसरे चरण के तहत 87,774 पदों पर नियुक्ति होनी है।15 मार्च को पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 से शुरू होकर दोपहर 12:30 तक चलेगी।
वहीं, विज्ञापन संख्या - (TRE-3.0) के लिए दिनांक करने की प्रक्रिया प्रारम्भ है। 22/2024, अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा 07.03.2024 से प्रवेश-पत्र (e-Admit Card) डाउनलोड- दिनांक 15.03.2024 को आयोजित होने वाली (वर्गः 1-5 एवं वर्गः 6-8) परीक्षा के अभ्यर्थियों को आवंटित परीक्षा केन्द्र के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दिनांक 12.03.2024 से उपलब्ध है, जिसे अपने Dashboard में Login के उपरान्त देखा जा सकता है।
सभी अभ्यर्थी प्रवेश पत्र की एक अतिरिक्त प्रति अपने साथ परीक्षा केन्द्र ले जाना सुनिश्चित करेंगे एवं परीक्षा अवधि में वीक्षक के समक्ष हस्ताक्षर कर उन्हें सुपूर्द कराना सुनिश्चित करेंगे।अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के 1 घंटा पूर्व तक ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी अर्थात 1 घंटा पूर्व प्रवेश बंद कर दिया जायेगा। परीक्षा अवधि की समाप्ति के पश्चात् Used OMR Answer Sheet को सील बंद कराने के पश्चात् ही परीक्षा कक्ष छोड़ेगें।
इसमें मध्य विद्यालय कक्षा 6-8 के लिए गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत एवं उर्दू की परीक्षा होगी। दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से शुरू होकर शाम 5:00 बजे तक चलेगी। कक्षा 1 से 5 के लिए सभी विषयों की परीक्षा होगी। इसमें सामान्य, उर्दू और बांग्ला शामिल है। वहीं, 16 मार्च को होने वाली माध्यमिक कक्षा 9वीं-10वीं, और 11वीं-12वीं की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था।
उधर, तीसरे चरण में नया आरक्षण सिस्टम लागू किया गया है। कुल मिलाकर आरक्षण का दायरा 75% हो गया है। सरकार ने बिहार में आरक्षण की सीमा 50% से बढ़कर 65% कर दिया है। इसके अलावा सवर्ण में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पहले से मिलने वाला 10% आरक्षण मिलता रहेगा।