BPSC पेपर लिक कांड में नया खुलासा... केंद्र सरकार के कर्मचारी ने ही गैंग को दिया था पीटी का पेपर

BPSC पेपर लिक कांड में नया खुलासा... केंद्र सरकार के कर्मचारी ने ही गैंग को दिया था पीटी का पेपर

PATNA : बीपीसी पेपर लीक मामले में ईओयू की टीम को एक और सुराग हाथ लगा है. ईओयू की टीम को जो नई जानकारी मिली है उसके अनुसार केंद्र सरकार के कर्मचारी ने ही पेपर लीक किया था. एसआईटी को जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार केंद्र सरकारी कर्मी खुद एग्लेजाम दे रहा था किन उसने फॉर्म भरने में गलत एड्रेस इलाहाबाद का दिया था. यह कर्मी इलाहाबाद में पोस्टेड है. 


2 दिन पहले जिन तीन शख्स की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई उनसे पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि इलाहाबाद में तैनात मध्य बिहार का रहने वाला सरकारी कर्मी प्रश्न पत्र लीक मामले का पुराना खिलाड़ी है. अब एसआईटी इस कर्मचारी की तलाश शुरू कर दी है जो जानकारी निकल के सामने आ रही है उसके अनुसार जैसे ही दिल्ली में तीनों लड़कों की गिरफ्तारी हुई उसके बाद से वह फरार चल रहा है. एसआईटी टीम लगातार उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इस कर्मचारी के गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा प्रश्नपत्र लीक मामले में हो सकता है. जो जानकारी निकल के सामने आ रहा है उसमें बताया जा रहा है कि बीपीएससी पेपर लिक का शातिर महंगी गाड़ियों से चलता था. अब एस आईटी को जो जानकारी मिले. उसे बताया जा रहा है कि जो तीनों शख्स दिल्ली से गिरफ्तार हुए थे. उनका वह कॉमन फ्रेंड के जरिए संपर्क हो पाया था. 


इधर प्रश्नपत्र लीक मामले में गिरफ्तार पिंटू के दोस्त संजय के खाते में 6 माह में लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन हुए हैं. गिरफ्तार पिंटू यादव गिरोह के संजय कुमार के बैंक खाते को यू ने जब खंगालना शुरू किया तो बहुत दंग रह गया जो जानकारी आए उसके अनुसार संजय के खातों में पिछले 6 महीने में तकरीबन 20 से 2500000 रुपए का ट्रांजैक्शन होने का सुराग एसआईटी को मिले हैं. इधर पटना सिविल कोर्ट स्थिति यूओयू की विशेष अदालत ने बुधवार को जेल में बंद वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य योगेंद्र सिंह की जमानत अर्जी खारिज कर दी है. दूसरी ओर दिल्ली से गिरफ्तार लोगों को 10 जून तक जेल भेज दिया गया है.