PATNA : विधानमंडल में बिहार के मुखिया के बढ़ते तेवर को देखते हुए विपक्षी सदस्यों ने अब उनका बीपी जांचने का ऐलान कर दिया है. सोमवार को बिहार विधान परिषद में राजद एमएलसी सुबोध राय पर नीतीश कुमार के भड़कने का मामला सामने आने के बाद अब राजद के महुआ विधायक डॉ. मुकेश रौशन आज हाथ में बीपी जांचने की मशीन और आला लेकर विधानसभा पहुंचे हैं.
राजद विधायक का कहना है कि बिहार के मुखिया आजकल काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं. इसलिए नीतीश कुमार के गुस्से को देखते हुए राजद विधायक विधानसभा के अंदर बीपी जांचने वाली मशीन लेकर पहुंचे हैं. राजद विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार का गुस्सा ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह से मालूम पड़ता है. ऐसे में एक डॉक्टर होने के नाते वह आज बीपी और आला लेकर पहुंचे हैं ताकि मुख्यमंत्री जी की बीपी जांच हो सके. मुकेश रौशन ने कहा कि कि चाचा जी की तबीयत आजकल ठीक नहीं रहती है. वे हमारे अभिभावक हैं. विधानसभा में चाचा जी को 43 सीटें क्या मिली कि बीपी ही बढ़ा रहता है इसलिए अपने गार्जियन का आज वे बीपी जांच करेंगे.
आपको बता दें कि कल विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान पूरक के सवाल पूछने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी के एमएलसी सुबोध राय को जमकर लताड़ लगाई थी. इस दौरान सीएम नीतीश हत्थे से उखड़ गए थे. दरअसल, बिहार विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल की कार्यवाही चल रही थी. इसी दौरान एक सवाल पर सरकार की तरफ से मंत्री ने जवाब दिया और फिर सवाल पूछने वाले सदस्य ने पूरक सवाल किया. लेकिन पूरक पूछने के साथ ही सुबोध राय भी उठ खड़े हुए और उन्होंने अपनी तरफ से दूसरा पूरक पूछ डाला. बस फिर क्या था नीतीश कुमार ने उन्हें सदन में ही नियमावली का पाठ पढ़ा दिया. नीतीश कुमार खड़े हुए और उन्होंने सुवोध राय को सीखने की नसीहत दी.
सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी एमएलसी को फटकार लगाते हुए बैठने के लिए कहते रहे. लेकिन सुबोध राय नहीं माने तो सीएम ने कहा कि सदन में लगातार एक साथ कई पूरक सवाल पूछने की परिपाटी नहीं रही है लेकिन मेरे ही पूरक पूछने पर मुख्यमंत्री जी को क्यों आपत्ति हो रही है. इसके बाद मुख्यमंत्री का गुस्सा और ऊपर चढ़ गया उन्होंने सुबोध राय की बगल में बैठे रामचंद्र पूर्वे की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उन्हें सदन की नियमावली समझाइए.
नीतीश कुमार ने कहा कि सदन में अगर कोई सदस्य प्रश्न करते हैं तो पहले उनके प्रश्न का उत्तर होता है उसके बाद फिर से दूसरा पूरक पूछा जाता है यही सदन का नियम कहता है. उसके बाद सुबोध राय ने जब आपत्ति जताई तो नीतीश कुमार ने सीधे कहा कि पहले जरा नियम जानो. सुबोध राय ने कहा कि वह नियम जान रहे हैं तो नीतीश कुमार ने दोबारा कह दिया कि बैठो. इसके बाद आरजेडी एमएलसी केवल इतना कहते नजर आए कि हम तो बैठ ही रहे हैं. काफी देर तक दोनों के बीच विधान परिषद में तू -तू मैं-मैं होती रही.