BJP विधायक के बेटे पर मेयर कैंडिडेट के समर्थक को धमकाने का आरोप, पूर्व मेयर सीता साहू को सपोर्ट नहीं करने से भड़के

BJP विधायक के बेटे पर मेयर कैंडिडेट के समर्थक को धमकाने का आरोप, पूर्व मेयर सीता साहू को सपोर्ट नहीं करने से भड़के

PATNA : बिहार का चुनाव बेहद दिलचस्प दौर में पहुंच गया है। मेयर चुनाव के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवार हर कीमत पर अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोटर्स को करना चाहते हैं। इसके लिए चुनाव अभियान में उनकी तरफ से तेजी तो दिखाई ही जा रही है साथ ही साथ गोलबंदी भी खूब देखने को मिल रही है। पटना की पूर्व मेयर सीता साहू को बीजेपी समर्थक कैंडिडेट माना जा रहा है। बीजेपी के तमाम विधायकों ने सीता साहू के लिए गोलबंदी कर रखी है। पिछले दिनों बीजेपी विधायकों की मीटिंग भी सीता साहू के लिए हुई थी लेकिन मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी के विधायक अरुण कुमार सिन्हा के बेटे के ऊपर अब गंभीर आरोप लगा है।


कुम्हरार से बीजेपी विधायक अरुण कुमार सिन्हा के बेटे आशीष सिन्हा के ऊपर बीजेपी के ही एक वर्कर के साथ गाली गलौज करने और धमकी देने का आरोप लगा है। घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ता ने आशीष सिन्हा के खिलाफ पटना के कदमकुंआ थाने में केस भी दर्ज करा दी है। पीड़ित संतोष यादव का कहना है कि विधायक अरुण कुमार सिन्हा के बेटे आशीष सिन्हा ने उसके साथ मारपीट की और धमकी दी। संतोष यादव के मुताबिक पटना मेयर पद के लिए उम्मीदवार विनीता बूिट्टू सिंह को वह समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने विनीता सिंह के पक्ष में प्रचार भी किया था और इसी बात को लेकर आशीष सिन्हा भड़के हुए थे। आशीष सिन्हा इस बात का दबाव बना रहे हैं कि पूर्व मेयर सीता साहू का समर्थन करें। आपको बता दें कि सीता साहू की उम्मीदवारी बीजेपी के लिए पटना में नाक की लड़ाई बन चुकी है। पटना की मेयर रहते हुए सीता साहू के नाम कोई बहुत ज्यादा उपलब्धियां दर्ज नहीं हैं। पटना को साफ सुथरा और सुंदर बनाने के एजेंडे को भी वह पूरा नहीं कर पाई थीं लेकिन इसके बावजूद बीजेपी लगातार सीता साहू के समर्थन में कमर कसकर उतरी हुई है और यही वजह है कि विधायक के बेटे आशीष सिन्हा अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाने पर ले रहे हैं जो सीता साहू के खिलाफ दूसरे कैंडिडेट का समर्थन कर रहे हैं।


उधर, अपने ऊपर FIR दर्ज होने के बाद आशीष सिन्हा ने भी प्रतिक्रिया दी है। आशीष सिन्हा के मुताबिक उन्होंने किसी को कोई धमकी नहीं दी और ना ही गाली गलौज की है। आशीष सिन्हा का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से चुनावी रंजिश से जुड़ा है। बीजेपी ने उन्हें मेरा चुनाव का प्रभारी बनाया है। कदमकुआं के थानाध्यक्ष विमलेंद्र कुमार के मुताबिक पुलिस के पास शिकायत मिली है और अब पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। आपको बता दें कि संतोष यादव और आशीष सिन्हा पहले दोस्त रहे हैं लेकिन बदले वक़्त के साथ संतोष सीता साहू के विरोध में खड़ी दूसरी उम्मीदवार विनीता सिंह के समर्थन में प्रचार कर रहे हैं। इसी बात को लेकर आशीष नाराज हुए और पूरी घटना हुई। संतोष और आशीष के पीछे जो विवाद हुआ उसका वीडियो भी वायरल है।