BJP सांसद ने की 2000 का नोट बंद करने की मांग, कहा-बैंकों में लौटाने के लिए एक साल का दिया जाए समय

BJP सांसद ने की 2000 का नोट बंद करने की मांग, कहा-बैंकों में लौटाने के लिए एक साल का दिया जाए समय

DESK: केंद्रीय विद्यालय में बच्चों के एडमिशन में सांसद कोटा बंद कराने की मांग बीते दिनों राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने की थी। जिसके बाद केंद्रीय विद्यालय में नामांकन के लिए सांसद कोटा को सरकार ने बंद कर दिया। अब बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने 2 हजार का नोट बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि 2000 के नोट को बैंकों में लौटाने के लिए एक साल का समय दिया जाए। 


सुशील मोदी ने यह मामला राज्यसभा में उठाया। उनकी माने तो 2000 का नोट बाजार से गायब हो गया है। इसकी ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है। अपराध जगत में 2000 के नोट का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है। पहले इसे बैंक से एक्सचेंज किया जाए उसके बाद इसका प्रचलन पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। जब एक हजार के नोट को खत्म किया जा सकता है तो 2000 के नोट को भी बंद कर दिया जाए। ब्लैकमनी का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए दो हजार का नोट कही भी आसानी से ले जाया जाता है। 


दो हजार के नोट के इस्तेमाल पर रोक की मांग बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने राज्यसभा में की है। राज्यसभा में अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि 2000 के नोटों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर आपराधिक गतिविधियों व अवैध व्यापार में किया जा रहा है। इसलिए इसे बंद कर दिया जाना चाहिए। 2016 में हुए नोटबंदी के दौरान 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद कर 500 और 2000 के नए नोट रिजर्व बैंक ने जारी किया था। लेकिन अब मार्केट में 2000 रुपये के नोट गायब है। एटीएम से भी 2000 रुपये के नोट नहीं निकलता। यह अब वैध नहीं रहा इस बात का अफवाह भी खूब सुनने को मिलती है। 


सुशील मोदी ने इस संबंध में केंद्र सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि पिछले तीन साल से आरबीआई ने 2000 के नोटों की छपाई भी बंद कर दी है। इसका फायदा नकली नोट का धंधा करने वाले उठा रहे हैं। आए दिन बड़ी संख्या में नकली नोट भी जब्त किये जा रहे हैं। बड़े पैमाने पर 2000 के नोटों की जमाखोरी की जा रही है। गुलाबी नोट का इस्तेमाल सिर्फ अवैध व्यापार में हो रहा है। 


गौरतलब है कि बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने बीते दिनों राज्यसभा में शिक्षा मंत्री से केंद्रीय विद्यालय (KVS) से सांसद कोटा को खत्म करने की मांग की थी। इस दौरान उनका साफ तौर पर यह कहना था कि सांसद कोटा के कारण लोगों ने उनका जीना दूश्वार कर दिया। एमपी कोटे से वे केवल 10 छात्रों का ही दाखिला करा सकते हैं। जबकि उनके पास सैकड़ों लोग अपने-अपने बच्चे के एडमिशन के लिए पहुंचते थे। सांसदों के चुनाव हारने का यह एक बहुत बड़ा कारण भी है। जिनके बच्चों का एडमिशन नहीं होता था उनकी नाराजगी सांसदों के प्रति बढ़ती जा रही थी। सुशील मोदी की इस मांग पर विचार करते हुए सांसद कोटा को खत्म कर दिया गया। अब उन्होंने 2000 के नोटों के प्रचलन को रोकने की मांग की है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि राज्यसभा में बीजेपी सांसद द्वारा उठाए गये इस मुद्दे को सरकार कितनी गंभीरता से लेती है।