BJP ने तोड़ा कानून तो हुई लाठीचार्ज, बोले JDU अध्यक्ष ललन सिंह ... मणिपुर मौत पर क्यों नहीं खुलता जुबान, विजय सिंह की हत्या में सरकार का हाथ नहीं

BJP ने तोड़ा कानून तो हुई लाठीचार्ज, बोले JDU अध्यक्ष ललन सिंह ...  मणिपुर मौत पर क्यों नहीं खुलता जुबान, विजय सिंह की हत्या में सरकार का हाथ नहीं

PATNA : बिहार में बीते कल यानी गुरूवार विधानसभा मार्च के दौरान जमकर लाठीचार्ज किया गया है। जिसके बाद भाजपा नेता ने कहा कि, इस लाठीचार्ज में हमारे एक नेता की मौत हो गई जबकि सैकड़ों कार्यकर्त्ता बुरी तरह से घायल हो गए। अब इन्हीं बातों को लेकर जेडीयू के सुप्रीमों ललन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। ललन सिंह ने कहा है कि - बीजेपी बिना कोई वजह दो घटनाओं को तूल दे रही है। ये झूठा आरोप लगा रहे हैं कि लाठीचार्ज में उनके नेता की मौत हुई है, जबकि सच बात ये हैं ही नहीं। अगर मर्ची पाउडर फेकेंगे तो पुलिस को अपना काम करेगी ही। इसलिए उनका सारा आरोप झूठा है वो लोग बुरी तरह से झूठे हैं। 


जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि - कल जो लाठीचार्ज हुआ है उसका प्लान सरकार से पास पहले से नहीं था। बल्कि जब भाजपा के लोग पुलिस टीम पर मिर्ची पाउडर फेंकना शुरू किए तो इसके जवाब में उनपर लाठीचार्ज की गई। कोई भी अगर कानून को तोड़ेगा तो कानून तो अपना काम करेगी ही न। इसका आलावा दूसरी बात यह कि लाठीचार्ज में उनके नेता की मौत हुई है तो, इसका सच भी सामने आया है। विजय सिंह डाक बंगला पहुंच ही नहीं पाए तो उनके ऊपर लाठीचार्ज हुई कब, उनके साथ रहने वाले  व्यक्ति ने भी साफ कहा कि हम वहां पहुंच ही नही पाए। इसलिए बीजेपी बिना कोई वजह दो बातों को तूल दे रही है। 


वहीं, लाठीचार्ज का सवाल है तो कई वीडियो में यह देखा गया है कि उनके नेता और कार्यकर्ता पुलिस बैरकेडिंग को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। अब ये काम कीजिएगा, मिर्ची का पाउडर का उपयोग कीजियेगा और क़ानून तोड़िएगा तो कानून तो अपना काम करेगा ही न।  इतना कुछ हो गया मणिपुर में उसमें क्यों नहीं बोल रहे हैं, वहां तो इतनी हत्या हो गई। इसलिए यह जनता सबब जानती है, उनको भरोसा है हमारी सरकार पर। 


इधर, भाजपा के विधानसभा मार्च को लेकर ललन सिंह ने यह भी कहा कि इनको न तो शिक्षकों का समर्थन था न ही जनता का, इसके बाबजूद ये लोग खुद से कानून तोड़ रहे थे। इसलिए यह सबका कोई मायने नहीं रहा जाता है। वहीं, तेजस्वी यादव से  इस्तीफे की मांग करने वाले को यह बताना चाहिए कि महाराष्ट्र में जिनको गलत कह रहे रहे उनके साथ सरकार बना रहे है। तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है। ईडी पर कोर्ट का फैसला पूरे देश ने देखा है। चार्जशीट दायर होना एक प्रसाशनिक काम है।