PATNA : कोरोना महामारी के दौर में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच खटास बढ़ती जा रही है। बिहार बीजेपी ने अब खुलकर नीतीश सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोरोना संकट के बीच प्रवासी बिहारियों को लाए जाने के मामले में नीतीश सरकार में जो लचर रवैया अपनाया उसे लेकर अब बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डॉ संजय जयसवाल ने खुलकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर नीतीश सरकार की चौतरफा आलोचना को देखते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जयसवाल ने सोशल मीडिया के जरिए ही बिहार सरकार पर भड़ास निकाली है। डॉ संजय जायसवाल ने कहा है कि बिहार सरकार के साथ दिक्कत यह है कि कोई पदाधिकारी मीडिया के सामने आकर यह स्पष्ट तक नहीं करता है कि किस जोन में कौन सी दुकानें खुलेगी या ट्रेन बिहार आ रही है तो इसके लिए किस संबंधित राज्य में रजिस्ट्रेशन कराना है। संकट के इस दौर में यह गंभीर स्थिति है। संजय जायसवाल ने कहा है कि बिहार सरकार के रवैया के कारण ही सोशल मीडिया पर जिस व्यक्ति को जो समझ में आता है वह वैसा लिख देता है। बिहार सरकार को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को देखना चाहिए। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव सामने आकर सभी बातों को मीडिया के सामने अच्छे से रखते हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का वह बयान पार्टी का अधिकारिक बयान है और ऐसे में सरकार के अंदर बैठे बीजेपी नेताओं के होश उड़ गए हैं।
बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि वह पूरे दिन बीजेपी के संगठन और सरकार में बैठे लोगों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग में व्यस्त रहते हैं लेकिन शाम के वक्त फेसबुक और सोशल मीडिया पर टिप्पणियों को जरूर पढ़ते हैं। सोशल मीडिया पर लगातार शिकायतें देखने को मिल रही हैं कि जो नोडल ऑफिसर सरकार की तरफ से नियुक्त किए गए वह फोन नहीं उठा रहे हैं। दरअसल नोडल ऑफिसर का काम उन राज्यों के अफसरों के साथ संपर्क करने और कोआर्डिनेशन स्थापित करने का है जहां से प्रवासी बिहारियों को लाना है। रजिस्ट्रेशन के लिए क्या व्यवस्था होगी, कैसे दूसरे राज्यों में फंसे लोग बिहार आएंगे इसको लेकर सरकार को स्पष्टता लानी चाहिए। डॉ संजय जयसवाल ने कहा है कि उन्होंने बीजेपी के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाहर फंसे जरूरतमंद लोगों तक अन्य राज्यों के हेल्पलाइन नंबर और उनकी वेबसाइट के बारे में जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि लोग घर वापस आने के लिए सही फोरम पर रजिस्ट्रेशन करा सकें। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की तरफ से नीतीश सरकार की आलोचना करने के बाद अब देखना दिलचस्प होगा कि जेडीयू बीजेपी अध्यक्ष के इस बयान को हजम कर पाता है या नहीं।