PATNA: कोरोना महामारी और देश में लागू लॉकडाउन के कारण एक तरफ जहां सियासी गतिविधियां थम गई वहीं बिहार बीजेपी ने इस लॉकडाउन का जबरदस्त फायदा उठाया. बिहार बीजेपी ने कोरोना काल का फायदा उठाते हुए अपने संगठन को डिजिटली साउंड कर लिया है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने बेतिया में बैठकर लगातार पार्टी के संगठन को निचले स्तर तक सूचना तकनीक से जोड़ दिया. एक दिन में 8 से 9 घंटे तक संजय जायसवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संगठन के लोगों से रूबरू होते रहे शुरुआत में यह काम बड़ा मुश्किल था लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने सबको ट्रेंड कर दिया.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार में 1084 संगाठनिक मंडल के साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस की है. जिसमें अब तक 80 फ़ीसदी से ज्यादा मंडल अध्यक्ष शामिल हुए. सूचना तकनीक के जरिए राजनीतिक संकल्प का यह अपने आप में एक नायाब नमूना है. भारतीय जनता पार्टी वैसे भी देश के अंदर सूचना तकनीक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने वाली राजनीतिक पार्टी के तौर पर जानी जाती है, लेकिन बिहार में संगठन के निचले स्तर से लेकर ऊपर तक की कतार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने लगातार मेहनत कर डिजिटल ही एक्सपर्ट बना दिया.
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान बीजेपी ने डिजिटल चुनावी तैयारी के लिए जबरदस्त तरीके से काम किया है. बीजेपी ने संगठन के अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक्टिवेट रखा. उनको लगातार यह बताया जाता रहा कि कैसे चुनाव के लिए रणनीति पर आगे बढ़ना है. भले ही लोग डाउन पीरियड में या नेता और कार्यकर्ता घर से बाहर नहीं निकल पाया है. लेकिन लगातार संवाद के कारण यह सक्रिय रहे और अब बीजेपी को उम्मीद है कि पार्टी के नेताओं की यही सक्रियता उसके काम आएगी. संजय जायसवाल लगातार बेतिया में लॉकडाउन पीरियड के अंदर है और उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर बिहार प्रदेश के बड़े नेताओं और भूत और पंचायत स्तर के निचले कार्यकर्ताओं से संवाद किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से मन की बात कार्यक्रम और सप्तर्षियों के साथ जैसे अभियान को सफल बनाने के लिए भी संवाद किया गया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल संगठन के डिजिटल होने से गदगद हैं लेकिन क्या डिजिटल संगठन वाकई चुनाव में जीत की राह आसान करेगा यह तो आगेआने वाला वक्त बताएगा.