PATNA : बिहार में इन दिनों महागठबंधन के अंदर सबकुछ पहले की तरह नजर नहीं आ रही है। रामचरितमानस को लेकर उठा विवाद अब नीतीश- तेजस्वी तक पहुंच गया है। जहां राजद के नेता शिक्षा मंत्री के बयानों का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं जेडीयू के नेता अपने तरफ से इस गलत ठहराया है। इसके बाद अब इस मामले को लेकर खुद राजद के तरफ से बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक बार फिर से सफाई आई है। उन्होंने कहा साफ़ कह दिया है कि, विपक्षी दलों का मंसूबा सफल नहीं होने वाला है।
दरअसल, बिहार में इन दिनों रामचरितमानस को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मसले को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा लगातार शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में भाजपा के तरफ से इस पुरे प्रकरण को लेकर नपुर शर्मा का उदाहरण दिया जा रहा है। वहीं, अब एक बार फिर से इसको लेकर राजद के तरफ से पार्टी के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि, मैं भाजपा नेताओं के सवालों का जवाब नहीं देना चाहता हूं। वहीं, उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान को बेकार का इतना तूल दिया जा रहा है। इसमें कोई भी एजेंडा ही नहीं है। बेकार के कुछ लोग इसको लेकर हंगामा मचाए हुए हैं। अब इस मसले को लेकर कोई चर्चा ही नहीं करना चाहिए।
इसके आलावा उन्होंने पिछले दिनों बिहार के चौसा में हुए विवाद को लेकर भाजपा के तरफ से लगाए गए आरोपों को लेकर कहा कि, भाजपा के लोगों को यदि बिहार में इतना ही डर लगता है तो इनलोगों को यहां आना ही नहीं चाहिए। इसके आलावा उन्होंने कहा कि, केंद्र की सरकार भी तो बिहार को लेकर ध्यान नहीं देती है इनको वहां यानि दिल्ली में जाकर भी रोना चाहिए। आज एनसीआरबी का आंकड़ा यह साफ करता है कि, बिहार से बदतर स्थिति दिल्ली में है। यहां भाजपा के नेता बीच चौराहे पर अनशन पर बैठे थे उनके ऊपर किसी तरह की जोर जबरदस्ती हुई। इसके बाबजूद वोलोग कहते हैं कि, उन्हें डर लगता है, इससे बड़ा झूठ क्या ही हो सकता है।
बताते चलें कि, बिहार के उपमुख्यमंत्री नगर विकास विभाग के एक प्रोग्राम में शामिल होने गए थे। इसी दौरान उन्होंने बिहार में साफ़ - सफाई को लेकर भी ध्यान का दिशा निर्देश जारी किया और उन्होंने कहा कि यदि शहर साफ़ होंगे तो राज्य के विकास की रफ़्तार तेज होगी और हमलोगों का जो सपना है वह जल्द से साकार होगा।