PATNA: बिहार में कोरोना के खतरे के बावजूद विधानसभा चुनाव के लिए वर्चुअल रैली करना नेताओं को भारी पड़ने लगा है. मुंगेर से लेकर भागलपुर तक बीजेपी के नेता कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. बिहार में एक मंत्री और एक सांसद समेत 7 जन प्रतिनिधि पहले से ही कोराना के शिकार बन अस्पताल में भर्ती हैं.
वर्चुअल रैली करना पड़ा भारी, कई बीजेपी नेता संक्रमित
उधर बिहार में कोरोना के बढ़ते खतरे के बावजूद वर्चुअल रैली में लगी बीजेपी के नेताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड रहा है. फ्री प्रेस जर्नल से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने बताया कि मुंगेर भाजपा के 11 नेता कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. ये 11 नेता उन 40 लोगों में शामिल हैं जिन्होंने दो दिन पहले पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव की वर्चुअल रैली में शिरकत की थी.
उधर भागलपुर में भी बीजेपी के एक जिला पदाधिकारी को कोरोना संक्रमित पाया गया है. भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार सिंह ने बताया कि शहरी इलाके में रहने वाले 32 वर्षीय व्यक्ति को टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है. वे एक पार्टी के पदाधिकारी है.
बीजेपी के दूसरे नेताओं पर भी खतरा
गौरतलब है कि कोरोना के बढते संक्रमण के बावजूद बीजेपी ताबड़तोड वर्चुअल रैली करने में लगी है. इससे उसके नेताओं में संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. मुंगेर के 11 नेताओं के पॉजिटिव पाये जाने के बाद उनके संपर्क में आने वाले कई और नेताओं के कोरोना का शिकार बनने की आशंका है. वहीं, भागलपुर के बीजेपी नेता ने भी पार्टी के कई कार्यक्रमों में शिरकत थी. उनके संपर्क में आये लोगों पर भी खतरा मंडरा रहा है.
राजनेताओं पर बढ़ रहा है खतरा
गौरतलब है कि बिहार के कई राजनेता कोरोना के शिकार होते जा रहे हैं. बुधवार को वैशाली की सांसद वीणा देवी को कोरोना पॉजिटिव पाय़ा गया था. वहीं उससे पहले नीतीश सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह कोरोना संक्रमित पाये जा चुके हैं. बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह भी सपरिवार कोरोना के मरीज पाये जा चुके हैं. कई और विधायकों-विधान पार्षदों के भी कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हो चुकी है.
वर्चुअल रैली पर लगा ग्रहण
सियासी पार्टियों के नेताओं-कार्यकर्ताओं के कोरोना संक्रमित होने के बाद चुनावी तैयारियों में जुटे दलों को झटका लग सकता है. बिहार भाजपा ताबड़तोड़ गति से वर्चुअल रैली कर रही है. वहीं जेडीयू ने भी ऐसी ही तैयारी की है. दोनों पार्टियों की चुनावी गतिविधियों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार लाशों के ढेर पर चुनाव कराना चाहती है. तेजस्वी यादव के मुताबिक बिहार में हर रोज गहरा रहे कोरोना के संकट के बीच नीतीश कुमार विधानसभा चुनाव जीतने का जुगाड़ करने में लगे हैं. सरकार ने आम लोगों की फिक्र करना छोड़ दिया है.