ब्रेकिंग न्यूज़

Asia Cup 2025: एशिया कप स्क्वाड के लिए BCCI नहीं करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस? जानें... अब कैसे होगा टीम इंडिया का एलान Bihar Job News: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर, बिहार SSC से 12543 पदों पर होगी बहाली Bihar Job News: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर, बिहार SSC से 12543 पदों पर होगी बहाली Bihar Crime News: हैलो.. गोपालगंज एसपी, मुख्यमंत्री का OSD बोल रहा हूं... साइबर ठगों ने SP को ऐसे दिया झांसा Bihar Crime News: हैलो.. गोपालगंज एसपी, मुख्यमंत्री का OSD बोल रहा हूं... साइबर ठगों ने SP को ऐसे दिया झांसा Bihar Crime News: बिहार में किसान की गला रेतकर हत्या, पत्नी और दामाद पर लगा आरोप Bihar News: कुत्ते ने करीब आधे घंटे तक रुकवा दी ट्रेन, बिहार में सामने आया हैरान करने वाला मामला Bihar News: कुत्ते ने करीब आधे घंटे तक रुकवा दी ट्रेन, बिहार में सामने आया हैरान करने वाला मामला बवाल मचाने वाले 'कुत्ता प्रेमियों' पर भड़के Ram Gopal Varma, पूछा ऐसा सवाल कि हुई सबकी बोलती बंद India International Image: रूस या अमेरिका नहीं बल्कि इस देश के लोगों को है भारत से सबसे ज्यादा प्यार, रिसर्च में हुआ खुलासा..

BJP के दवाब में नीतीश ने किया मुआवजे का एलान: सुशील मोदी बोले- जहरीली शराब से 500 से अधिक लोगों की गई जान, सिर्फ 38 लोगों को मुआवजा

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 07 Jul 2023 09:50:12 PM IST

BJP के दवाब में नीतीश ने किया मुआवजे का एलान: सुशील मोदी बोले- जहरीली शराब से 500 से अधिक लोगों की गई जान, सिर्फ 38 लोगों को मुआवजा

- फ़ोटो

PATNA: बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा के लगातार दबाव बनाने पर राज्य सरकार ने जहरीली शराब से मरने वाले 38 लोगों के आश्रितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का निर्णय किया, जबकि ऐसे मामले में 500 से ज्यादा गरीबों की जान जा चुकी है।


सुशील मोदी ने कहा है कि पिछले साल जहरीली शराब से मोतिहारी-नवादा में बड़ी संख्या में लोगों के मरने की घटना के बाद संवेदनहीन रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने से साफ इंकार कर दिया था और यहां तक कहा था कि "जो पायेगा, सो मरेगा"। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मरने वालों में 90 फीसद लोग दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों के थे। पुलिस ने उन्हें डरा-धमका कर न केस दर्ज कराने दी और न शवों का पोस्टमार्टम कराया। 


उन्होंने कहा कि जब मृतकों की संख्या छिपाने के लिए एफआइआर-पोस्टमाटर्म होने नहीं दिये गए, तब अनुग्रह राशि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट को अनिवार्य नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के तहत जो 4 लाख से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं, उन्हें वापस लेकर एक बार सबको आम माफी दी जानी चाहिए।


सुशील मोदी ने कहा है कि आम माफी की घोषणा से हजारों लोगों की रिहाई होगी और अदालतों पर मुकदमे का बोझ काफी कम होगा। उन्होंने कहा कि 2016 के पूर्ण शराबबंदी कानून में अब तक इतने संशोधन हो चुके हैं कि यह सिर्फ कागज पर रह गया है।