ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: नहीं रहे बिहार के पूर्व परिवहन मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह, 85 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस Patna Airport: नए टर्मिनल में महिला की लाश मिलने से हड़कंप, मौके पर पहुंचे सिटी SP Bihar Weather: फिर करवट लेने जा रहा बिहार का मौसम, इस जिलों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी MUZAFFARPUR: दो कुख्यात अपराधियों की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त, कोर्ट का सख्त आदेश मधुबनी में दो सगे भाईयों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंदा MUZAFFARPUR: ज्वेलरी शॉप लूटकांड मामले का खुलासा, लूटे गये आभूषण के साथ मां-बेटा गिरफ्तार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के सामने झुक गया पाकिस्तान, रोहित सिंह बोले..देश को अपने प्रधानमंत्री और सेना पर गर्व अरवल में 2 थानेदार का तबादला: मानिकपुर और SC/ST थाने की सौंपी गई जिम्मेदारी GOPALGANJ: गंडक नदी से मिला लापता व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका जता रहे परिजन गया में महिला की इलाज के दौरान मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

बीजेपी का बड़ा आरोप, सारण एसपी को बचा रही नीतीश सरकार

1st Bihar Published by: Updated Sat, 24 Dec 2022 05:39:59 PM IST

बीजेपी का बड़ा आरोप, सारण एसपी को बचा रही नीतीश सरकार

- फ़ोटो

PATNA: सारण में जहरीली शराबकांड को लेकर एक बार फिर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस मामले में सारण के एसपी को नीतीश कुमार बचाने का काम कर रहे हैं। चौकीदार और छोटे पदाधिकारी पर कार्रवाई कर नीतीश कुमार दिखावा कर रहे हैं। जिले के एसपी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। सुशील मोदी ने कहा कि क्या एसपी की कृपा के बिना दियारा में अवैध शराब की सैकड़ों भट्टियां हैं?


बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सारण में तीन माह के भीतर जहरीली शराब से मौत की दो बड़ी घटनाओं के बाद भी सरकार वहां के एसपी को बचा रही है। जबकि चौकीदार और कुछ छोटे पदाधिकारियों पर कार्रवाई कर दिखावा कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान एसपी के रहते तीन महीने पहले भी जहरीली शराब से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे दियारा क्षेत्र में अवैध शराब बनाने की सैकड़ों भट्ठियाँ चल रही हैं। सुशील मोदी ने कहा कि सारण में बालू और दारू का धंधा क्या बिना एसपी की कृपा के चल रहा है? 


उन्होंने सरकार से पूछा कि जहरीली शराब के मामले में जब संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को जिम्मेदार मानने की नीति है, तब सारण के एसपी को अब तक निलम्बित क्यों नहीं किया गया? उन्होंने कहा कि शराब के लिए छापेमारी के दौरान जब पांच लोगों को जेल भेजने और पचासों लोगों को पैसे वसूल कर छोड़ने का रवैया खुलेआम चल रहा है, तब नीतीश कुमार की पुलिस शराबबंदी को सफल कैसे बना सकती है?


नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि एकतरफ सरकार बड़े गुनहगार (एसपी) को बचा रही है और दूसरी तरफ गरीब पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं देने पर अड़ी है। उत्पाद कानून की धारा- 42 में पीड़ितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान होने के बावजूद सरकार के मंत्री परस्पर विरोधी बयान दे रहे हैं। जहरीली शराबकांड के पीड़ितों के साथ वैसा कठोर रवैया अपनाया जा रहा है, जैसा हत्या-बलात्कार के संगीन मामले में अपराधियों के आश्रितों के प्रति होता है।