BJP-JDU की लड़ाई को तेजस्वी ने बताया 'फिक्स्ड मैच', बोले.. नीतीश के इशारे पर नौटंकी कर रहे NDA के नेता

BJP-JDU की लड़ाई को तेजस्वी ने बताया 'फिक्स्ड मैच', बोले.. नीतीश के इशारे पर नौटंकी कर रहे NDA के नेता

PATNA : बिहार में कोरोना संकट के बीच सियासत भी अपने चरम पर है. लॉकडाउन को लेकर सत्ताधारी पार्टियों में घमासान के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की भी एंट्री हो गई है. तेजस्वी यादव ने बीजेपी और जेडीयू की लड़ाई को 'फिक्स्ड और फ्रेंडली' बताया है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए के नेता ये सब मुख्यमंत्री के इशारे पर ही कर रहे हैं.


शुक्रवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि "BJP-JDU एक सोची समझी तुच्छ नीति के तहत अपनी 'फिक्स्ड और फ्रेंडली' 'छींटाकशी' से ज्वलंत मुद्दों और सरकार की नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए CM के इशारे पर नौटंकी कर रहे है। इन बेशर्म नेताओं को बेड, डॉक्टर,  ऑक्सीजन, वैक्सीन, दवा, वेंटिलेटर और ईलाज की कमी से मर रहे लोगों की कोई परवाह नहीं है।"


तेजस्वी यादव यहां निश्चित तौर पर बीजेपी और जेडीयू की लड़ाई को एक सोची-समझी साजिश बता रहे हैं. वह आरोप लगा रहे हैं कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के ही इशारे पर ये सब हो रहा है. कभी भाजपा के नेता जेडीयू को निशाने पर ले रहे हैं. तो कभी जेडीयू के नेता भाजपा वालों पर हमलावर दिख रहे हैं. गौरतलब हो कि बीते दिन नीतीश के बेहद करीबी सांसद ललन सिंह ने आज बीजेपी औऱ उसके प्रदेश अध्यक्ष पर जोरदार हमला बोला था. ललन सिंह ने कहा कि कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक में किसी पार्टी ने लॉकडाउन लगाने की मांग नहीं की थी. अब ऐसी पार्टियां गैर जिम्मेदारान बयान दे रही हैं. यही पार्टियां बिहार का भला करेंगी?


इससे पहले नीतीश के बेहद करीबी माने जाने वाले मंत्री संजय झा ने भी संजय जायसवाल के दावों को गलत करार दिया था. कल जेडीयू के सांसद ललन सिंह ने आज मीडिया से बात की और कहा कि "लॉकडाउन लगने के बाद से मैंने समाचार पत्रों में कई राजनीतिक दलों के नेताओं का बयान देखा है. मुझे आश्चर्य होता है कि ऐसे गैर जिम्मेवार राजनीतिक दलों के नेता औऱ ऐसी गैर जिम्मेवार राजनीतिक पार्टियां क्या बिहार का भला करेंगी. इन पार्टियों से क्या उम्मीद करते हैं आप. जिनको कोई मतलब नहीं है वास्तविकता से, गैर जिम्मेदाराना हरकत करते हैं. कोरोना पर जब सर्वदलीय बैठक हुई तो उस बैठक में मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के अलावा किसी पार्टी ने लॉकडाउन की मांग नहीं की थी."


गौरतलब है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार में लॉकडाउन को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किये थे. नीतीश कुमार ने जब बिहार में नाइट कर्फ्यू घोषित किया था तो संजय जायसवाल ने इसे गलत करार देते हुए लिखा था कि बिहार में लॉकडाउन की जरूरत है. संजय जायसवाल के बयान पर तब जेडीयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने हमला बोला था. उस वक्त भी सांसद ललन सिंह ने कहा था कि लॉकडाउन की मांग करने वाले नेता अखबारी नेता है. दो दिन पहले जब नीतीश कुमार ने लॉकडाउन का एलान किया तो संजय जायसवाल ने फिर से फेसबुक पर पोस्ट लिखा. उन्होंने लिखा कि  कर कहा कि " मेरा नाम लेकर राजनैतिक बयानबाजी करने वाले नेताओं से भी उम्मीद है कि उन्हें जमीनी हकीकत समझ में आ रही होगी”.


दिलचस्प बात ये है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ जेडीयू के वैसे नेता बोल रहे हैं जो नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं. तो क्या ऐसे नेता बगैर नीतीश कुमार की मर्जी के अपनी सहयोगी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को झुठला रहे हैं. रोचक बात ये भी है कि सर्वदलीय बैठक में जेडीयू के जो नेता मौजूद ही नहीं थे वे बता रहे हैं कि उस बैठक में किसने क्या कहा था. जाहिर है उन्हें फीडबैक कहीं औऱ से मिल रही है. यानि बीजेपी औऱ जेडीयू के बीच ये बयानबाजी प्लांड तरीके से हो रही है.