बिना टेंडर निकाले ही चेंजिंग रूम बनवा रहा था नगर निगम, ठेकेदार ने की कोताही हो गयी मजदूर की मौत, नगर आयुक्त ने कहा..मुआवजे का प्रावधान नहीं

बिना टेंडर निकाले ही चेंजिंग रूम बनवा रहा था नगर निगम, ठेकेदार ने की कोताही हो गयी मजदूर की मौत, नगर आयुक्त ने कहा..मुआवजे का प्रावधान नहीं

MUNGER: मुंगेर में बिना कोई टेंडर निकाले नगर निगम सोजी घाट पर चेंजिंग रूम का निमार्ण करा रहा है। इस काम में लगा एक मजदूर हाथ-पैर कटने से बुरी तरह घायल हो गया। ठेकेदार की तरफ से मजदूर के इलाज में लापरवाही बरती गयी जिसके कारण मजदूर की मौत हो गयी। घटना से गुस्साएं परिजन किला परिसर में बड़ी मजार के पास रोड को जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन करने लगे। जिसके कारण सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी। 


गुस्साएं लोग मजदूर के परिजन को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। सड़क जाम की सूचना मिलने के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे जिसके बाद समझा-बूझाकर लोगों को शांत कराया गया जिसके बाद यातायात बहाल हो सका। नगर आयुक्त निखील धनराज ने कहा कि इसमें मुआवजे का प्रावधान नहीं है। घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। 


दरअसल मुंगेर में सोजी घाट पर गंगा स्नान करने के लिए आने वाले लोगों के लिए नगर निगम कि ओर से संवेदक द्वारा चेंजिंग रूम का निमार्ण करवाया जा रहा था जिसका सेंटिंग के लिए बांस काटने के क्रम में किला परिसर निवासी दैनिक मजदूर जितेन्द्र कुमार यादव का एक हाथ और एक पैर कट गया और वो बुरी तरह घायल हो गया। जिसके बाद ठेकेदार ने मरहम पट्टी करवा तो दिया लेकिन उसका सही तरीके से इलाज नहीं कराया। इलाज कराने में ठेकेदार ने कोताही बरती जिसके कारण उसकी मौत हो गई। 


मृतक की मां पूनम देवी का कहना है कि ठेकेदार ने घटना की सूचना परिजनों को नहीं दी। सरकारी अस्पताल में मरहम पट्टी करवा कर जितेंद्र यादव को घर भिजवाया। कहा कि घबराने की बात नहीं जितेंद्र ठीक हो जाएगा। इतना कह ठेकेदार वहां से फरार हो गया। उसके जाने के बाद मजदूर जितेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। परिजन उसे अस्पताल ले गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। 


बता दें कि मुंगेर नगर निगम द्वारा सोजी घाट पर चेंजिंग रूम का जो कार्य चल रहा है उसका टेंडर ही नहीं निकाला गया था। बिना टेंडर के ही ठेकेदार को 4 लाख का काम दिया गया। इतना ही नहीं कार्य स्थल पर योजना का शिलापट्ट भी नहीं लगाया गया। जब इस मामले को लेकर नगर निगम की मेयर कुमकुम देवी और नगर आयुक्त निखिल धनराज से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के मौखिक आदेश पर यह काम विभाग द्वारा करवाया जा रहा है पर जब कार्य का ब्योरा मांगा गया तो नगर आयुक्त ने कहा कि इसका ब्योरा जहां मांगा जाएगा वहां दे दिया जाएगा। वही मजदूर को मुआवजा दिये जाने पर बोले कि मुआवजे का कोई प्रावधान ही नहीं है।