बिजली की आंख मिचौली से नालंदा के किसान परेशान, JAP का ऐलान..स्थिति नहीं सुधरी तो किसान हित में होगा बड़ा आंदोलन : राजू दानवीर

बिजली की आंख मिचौली से नालंदा के किसान परेशान, JAP का ऐलान..स्थिति नहीं सुधरी तो किसान हित में होगा बड़ा आंदोलन : राजू दानवीर

NALANDA: जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने आज नालंदा में किसानों के सवाल को उठाते हुए प्रदेश की सरकार को अल्टीमेट देते हुए कहा कि अगर किसानों को 7 दिनों के अंदर पटवन के लिए उपयुक्त बिजली नहीं मिलती तो जन अधिकार पार्टी यहां किसानों के सवाल पर व्यापक आंदोलन करेगी।


राजू दानवीर ने साफ कहा कि नालंदा में बिजली की आंख मिचौली किसान परेशान है। यहां 24 घंटे में से 3 से 4 ही घंटे बिजली रहती है और पेट्रोल और डीजल की कीमत आसमान छू रही है। नदियां सूखी पड़ी है हालात बहुत खराब हैं।  ऐसे में किसानों को पटवन के लिए बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हम सरकार से यह मांग करते हैं कि 7 दिनों के अंदर किसानों को पटवन के लिए उपयुक्त बिजली की सुविधा मुहैया कराया जाए वरना जन अधिकार पार्टी एक बड़ा आंदोलन किसानों के हक में करने को बाध्य होगी। 


राजू दानवीर ने नालंदा के कराय परशुराय अंतर्गत पैतृक गांव गामिलपुर में यह बात कहीं, जहां उनसे मिलने नालंदा के विभिन्न प्रखंडों से पार्टी के नेता व किसान अपनी समस्या लेकर आए थे। उनकी समस्याओं को सुनकर राजू दानवीर ने कहा कि नालंदा के लिए यह बेहद विकट स्थिति है, जब किसानों को पटवन के लिए पानी की व्यवस्था ही नहीं हो रही है तो ऐसे में खेती कैसे होगी? बटाईदारी और पेशकीदारी में जहां किसानों को ₹10000 प्रति बीघा सालाना जमीन मालिक को देना पड़ता है वहीं अगर पेट्रोल डीजल से खेतों की सिंचाई हो तो यह बेहद महंगा हो जाता है। ऐसे में किसानों के पास मात्र एक ही विकल्प बिजली से सिंचाई बचती है। और आज हमारे अन्नदाताओं के लिए यह भी मुश्किल हो गई है। कुछ घंटों में भला खेतों की सिंचाई कैसे होगी और किसानों की स्थिति कैसे सुधरेगी। इसलिए किसान खफा हैं और हम किसानों के साथ हैं। 


जन अधिकार पार्टी हमेशा से किसानों के मुद्दे पर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव के नेतृत्व में संघर्ष करती रही है और अब जब नालंदा के किसानों की बात है तो हमारी पार्टी उनके मुद्दे पर जरूर संघर्ष करेगी और एक बड़ा आंदोलन नालंदा में खड़ा करेगी। इस अवसर पर रणधीर कुमार उर्फ बबलू यादव, संजीत यादव, मनीष यादव, गुलशन कुमार, नीतीश कुमार, रजनीश कुमार, अजीत कुशवाहा, टीपू कुमार, राजू कुमार, चंदन विश्वकर्मा, सुदर्शन प्रसाद, कौशल कुमार, विकास कुमार, पिंटू कुमार, अखिलेश कुमार, नवीन कुमार, प्रदीप यादव, रवि यादव, प्रमोद कुमार समेत 50 की संख्या में विभिन्न प्रखंडों से मिलने आए, जिन्होंने एक स्वर में किसानों की समस्या से उन्हें अवगत कराया और कहा कि किसानों की स्थिति आत्म हत्या वाली हो गई है।