बिहारियों को चार्टर प्लेन से लेकर पटना आये संजय सिंह, कहा- दिल्ली बिहारी मजदूरों का है

बिहारियों को चार्टर प्लेन से लेकर पटना आये संजय सिंह, कहा- दिल्ली बिहारी मजदूरों का है

PATNA :  कोरोना काल में प्रवासियों को लेकर बिहार की सियासत से लगातार गर्म है। दिल्ली में बिहारी मजदूरों को लेकर आम आदमी पार्टी और जनता दल यूनाइटेड आमने सामने नजर आए थे और अब एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने प्रवासियों पर बड़ा सियासी दांव खेल दिया है। बुधवार को 34 बिहारी मजदूरों को लेकर पटना आने वाले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह आज फिर चार्टर प्लेन से पहुंचे हैं. आज 180 बिहारियों को लेकर संजय सिंह पटना पहुंचे हैं.


बुधवार की शाम संजय सिंह 34 बिहारी मजदूरों को लेकर आए थे और उसी फ्लाइट से खुद वापस लौट गए थे हालांकि एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला था आरोप लगाया था कि नीतीश सरकार मजदूर हो और छात्रों का ख्याल नहीं रख पा रही है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए आदिवासियों के सहारे वोट बैंक को साधने की कोशिश में है.


बिहारी मजदूरों को लेकर पटना पहुंचे आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है. संजय सिंह बिहार के प्रभारी भी हैं और प्रवासियों के मुद्दे पर उन्होंने लगातार बिहार सरकार को घेरा था हालांकि बाद में जनता दल यूनाइटेड के नेताओं ने भी उन्हें जवाब दिया था. लेकिन अब मजदूरों को लेकर फ्लाइट से पटना पहुंचे संजय सिंह ने कहा है कि बिहार सरकार अपने प्रवासी मजदूरों, कामगारों और छात्रों को सम्मान के साथ बिहार बुलाने में फेल साबित हो गई है.


खुद मजदूरों के साथ आए थे संजय सिंह

आप सांसद संजय सिंह बुधवार की रात दिल्ली से बिहारी मजदूरों को लेकर पटना पहुंचे.  संजय सिंह ने कहा है कि उन्होंने सांसद कोटे से मिलने वाले एक साल के अंदर अपने सभी 34 मुफ्त हवाई जहाज यात्रा के टिकटों का इस्तेमाल बिहारियों के लिए किया है.  यह बिहारी हैं जो दिल्ली में फंसे थे और कुछ कारणों से जल्द अपने घर वापस आना चाहते थे और बिहार की गलत नीतियों के कारण लाखों प्रवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है हालांकि आम आदमी पार्टी ने ऐसे हजारों प्रवासियों की मदद की है जो घर वापस आना चाहते थे। संजय सिंह ने कहा है कि कोरोना का डर खत्म होते ही सभी बिहारी मजदूर वापस दिल्ली आ जाएंगे और दिल्ली सरकार इनके लिए हमेशा खड़ी रहेगी.