DELHI : बिहार के सांसदों ने लोकसभा में पेश किए गए नागरिकता संशोधन विधेयक के बीच दिल्ली अनाजमंडी अग्निकांड का मामला उठाते हुए मृतकों के परिवार के लिए 25-25 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है।
शून्यकाल में ये मामला उठाते हुए सबसे पहले जेडीयू सासंद दिनेश चंद्र यादव ने मृतकों के परिवार वालों के लिए 25-25 लाख मुआवजे की मांग की। उन्होनें कहा कि एक-दो को छोड़कर ज्यादातर मृतक बिहार के है और सभी गरीब हैं। इस भीषण अग्निकांड में उनके परिवार का इकलौता कमाने-खिलाने वाला सदस्य चला गया। उन्होनें कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार मे मृतकों के लिए मुआवजे का एलान किया है। लेकिन सरकार को पीड़ित परिवारों की स्थिति को देखते हुए 25 लाख का मुआवजा देना चाहिए। साथ ही दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि घटना में जो लोग घायल है उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए और मृतक के शवों के उनके घरों तक ले जाने की व्यवस्था की जाए।उन्होंने कहा कि आगे ऐसी घटना न हो इसके लिए कोई ठोस कानून बनाए जाने की जरुरत है।
वहीं बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी ने 25 लाख रुपये मुआवजे की मांग का समर्थन करते हुए मामले की विशेष जांच की मांग की। उन्होनें केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मांग की कि सरकार जांच की दिशा में पहल करे। वहीं जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि देश भर में फैली अवैध फैक्ट्रियों में कोई नियम-कानून का पालन नहीं होता है जिसका खामियाजा गरीब लोगों को ही भुगतना पड़ता है। घर से बाहर रोजी-रोटी की तालाश में वे जाते हैं लेकिन उनकी जान दांव पर लगी होती है।
बता दें कि दिल्ली के भीषण अग्निकांड में बिहार के 30 लोगों की इहलीला समाप्त हो गई। मृतकों में सहरसा और अररिया के नौ, समस्तीपुर के 11, सीतामढ़ी के बोखरा के पांच, मधुबनी, सुपौल और बेगूसराय के 1-1 और मुजफ्फरपुर के दो लोग शामिल हैं।