PATNA: आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार सरकार मजदूरों को लाना नहीं चाहती है. अगर तीन मई तक बिहार के मजदूरों को लाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वह आंदोलन करेंगे और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे. बाकी राज्यों की सरकार अपने छात्रों और मजदूरों को ला रही है, लेकिन बिहार सरकार बहानेबाजी कर रही है. तीन मई के बाद लॉकडाउन की स्थिति और बीमारी को ध्यान में रखते हुए सड़क पर उतरेंगे. मजदूरों की आवाज उठायेंगे.
कुशवाहा ने कहा कि हमने अपने सभी से कहा है कि मजदूर भाईयों के सामने जो संकट आया उसको निपटने के लिए उनके साथ दे. राज्य सरकार फंसे लोगों को लाने के लिए प्रयास करें. जो भूखे है उनको खाने के लिए की व्यवस्था हो. लोगों को राशन मिले. यह हमारी पुरानी मांग सरकार से है. उन्होंने कहा कि हर बार जब भी विपरित परिस्थिति होती है तो उसका खामियाजा हर बार मजदूरों को भुगतना पड़ता है. कोरोना संकट में भी यही हाल हुआ है. जिसके कारण बिहार के लाखों मजदूर और हजारों छात्र बाहर फंसे हुए हैं.
कुशवाहा ने कहा कि हमारे यहां भी मजदूर वर्ग इस बार देश और खासकर बिहार सरकार की अकर्मण्यता के शिकार हैं. बिना तैयारी के लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार गरीब मजदूरों पर ही पड़ी है. विशेषज्ञों की भविष्यवाणी अब सामने आ गयी है. आशंका है कि कोरोना से ज्यादा मौतें भूख से हो जाएंगी. भूख से मौतों की खबर लगातार सामने आ रही है. अनाज से सरकारी गोदाम भरे हैं, लेकिन लाखों गरीब-गुरबा को अनाज नहीं मिल रहा है. बिहार से बाहर कमाने गए मजदूरों की स्थिति और ज्यादा भयावह है. वे बेरोजगारी और भूख से तंग आकर अपने घर लौटना चाहते हैं, लेकिन बिहार सरकार अपनी अकर्मण्यता छिपाने के लिए तरह-तरह की बात बनाने में लगी है.
कुशवाहा ने कहा कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों से लाखों जरूरतमंद मजदूरों को अनाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था कि सभी लोग हर दिन पांच-पांच घर से भिक्षाटन करें और अपना सहयोग मिला कर सबसे गरीब और जरूरमंद मजदूर को मई दिवस पर यथासंभव मदद करें. बिहार के अलग-अलग हिस्सों में कार्यकर्ताओं ने भिक्षाटन किया और उनसे जो बन पड़ा उसे मिलाकर आज मई दिवस के दिन गरीब व असहाय मजदूरों के बीच मदद पहुंचाने का काम किया. सरकार की निरंकुशता के कारण लाखों मजदूर अपनी रोजमर्रा जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे में भिक्षाटन कर रालोसपा कार्यकर्ताओं ने अकर्मण्य बिहार सरकार के प्रति अपना सत्याग्रही विरोध दर्ज करा पीड़ित मजदूरों के प्रति सम्मान जताने का सराहनीय प्रयास किया है. कुशवाहा के आह्वान पर पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 26 से 29 अप्रैल तक भिक्षाटन कर धन संग्रह का काम किया है.