PATNA: आरएलएसपी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि विपक्ष के चौतरफे दबाव के बाद सरकार ने मजदूरों और छात्रों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया.
एक तरफ बिहार की सरकार बाहर फंसे मजदूरों की बदतर स्थिति देखकर उन्हें 40 दिनों में मात्र एक हजार रुपए भेज कर अपनी पीठ थपथपा रही थी और यह दावा कर रही थी कि मजदूरों को बहुत राहत मिली है. इतने दिनों से मजदूरों के पास ना कमाने का कोई साधन था ना कोई जमा पूंजी. भूखमरी की हालत से जूझते मजदूरों से किराया लेना कहां का इंसाफ है?
अभिषेक ने कहा कि पहले तो बिहार सरकार ने लॉकडाउन के नियमों का बहाना दिया. फिर संसाधनों के अभाव का और अब जब ट्रेन उपलब्ध हो चुकी है तब भी मजदूर भाइयों के लिए इस स्तर की संवेदनहीनता कहां तक जायज है? रालोसपा सरकार से यह मांग करती है की स्पेशल ट्रेनों से आने वाले किसी भी मजदूर भाई से कोई किराया ना वसूला जाए.