PATNA: बिहार के चंपारण क्षेत्र, उत्तर और पूर्व बिहार में प्री मॉनसून बारिश जारी रहेगा। एक सप्ताह तक राज्य में लोगो को लू से राहत मिलेगी। वहीं बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे चक्रवात का फिलहाल बिहार पर कोई असर देखने को नहीं मिला है। उसके तट पर टकराने के बाद दिशा बतायेगी कि बिहार पर उसका क्या और कितना असर पड़ेगा। चक्रवाती तूफान को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस तूफान को देखते हुए मंगलवार से शुक्रवार के बीच पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में गरज के साथ भारी बारिश की आशंका जताई जा रही है। इसका असर झारखंड के कुछ हिस्सों पर भी पड़ सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में मंडरा रहे तूफान को रविवार की शाम 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चक्रवात में बदल सकता है। यह इस मौसम का पहला चक्रवाती तूफान होगा। इसी दौरान आइएमडी ने शनिवार को बताया कि बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ओड़िशा या आंध्र तक नहीं पहुंचेगी। लेकिन ओड़िशा तट के समानांतर आगे बढ़ेगा। इसकी वजह से ओड़िशा तट के पास समुद्र की स्थिति 9 और 10 मई को बिगड़ी रहेगी। समुद्र में हवा की गति में 80 से 90 किमी प्रति घंटे पायी जाएगी।
आइएमडी के मुताबिक, तूफान के प्रभाव से ओड़िशा के तटीय जिलों-गंजम, गजपति, खुर्दा, जगतसिंहपुर और पुरी में 10 मई की शाम के बाद हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। ओड़िशा सरकार ने एहतियातन एनडीआरएफ के 17 दलों, ओड़िशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल और दमकल विभाग के 175 दलों को बुलाया है। राज्य में 2021 में ‘यास’, 2020 में ‘अम्फान’ और 2019 में ‘फानी’ तूफान आ चूका है।