PATNA : बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान दोनों सदनों में कुल 5 बैठक होनी है। पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण और शोक संदेश के बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी जाएगी। इसी कड़ी में सदन की कार्यवाही को लेकर भाजपा भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
दरअसल, सदन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले सर्वदलीय बैठक में भाजपा के बहिष्कार को देखते हुए यह तय माना जा रहा कि इस बार का मानसून सत्र काफी हंगामेदार होने वाला है। भाजपा सदन में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया का विरोध समेत अधिकारी विवाद को लेकर सवाल उठा सकती है। भाजपा ने पहले ही यह एलान कर रहा है कि उनके तरफ से 13 जुलाई को गांधी मैदान से विधानसभा तक पैदल मार्च करेंगे।
वहीं, सत्ता पक्ष भी विपक्ष के हमले पर सरकार के बचाव की रणनीति अख्तियार करेगा। सत्र के दौरान कई विधेयक पेश किये जाने की संभावना है। इसके आलावा नए मेंबर का शपथ भी लेना है। इसके साथ माॅनसून सत्र को लेकर सत्ताधारी दल की 10 जुलाई को विधायक दल की बैठक होगी। वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा विधायक दल की बैठक भी 10 जुलाई को बुलायी गयी है।
इधर मानसून सत्र के छोटा होने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि सत्र छोटा-बड़ा नहीं होता है, बल्कि गंभीर होता है। इस सत्र में भी गंभीर मुद्दों पर सवाल - जवाब देखने को मिलेंगे। सत्र के दौरान सुरक्षा को लेकर 80 मजिस्ट्रेट के साथ लगभग 400 पुलिस बल विभिन्न जगहों पर तैनात रहेंगे।14 जुलाई तक सत्र के चलने के दौरान बिहार विधान मंडल के आसपास के क्षेत्रों में धरना-प्रदर्शन पर रोक रहेगा. इसका उल्लंघन करने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी।