PATNA : बिहार विधानसभा में भारी बवाल के बाद विधान परिषद् में भी माहौल काफी गर्म हो गया है. पक्ष और विपक्ष के एमएलसी एक दूसरे से भिड़ गए. माहौल इतना गर्म हो गया कि हाथापाई की नौबत फिर से आई. जब परिषद में सीएम नीतीश कुमार गुस्से में बोल रहे थे. उसी वक्त यह वाकया हुआ है.
दरअसल आरजेडी के एमएलसी विधायकों की पिटाई का विरोध कररहे थे. सदन की कार्यवाही के दौरान राजद के एमएलसी सुबोध राय बीच में खड़े होकर बोलने लगे और उन्होंने कहा कि विधायकों को पीटा गया है. उनका क्या वैल्यू रह जायेगा. सुबोध राय का विरोध देख जेडीयू के एमएलसी नीरज कुमार और संजय सिंह भी खड़े होकर इस बात का विरोध करने लगे कि आरजेडी एमएलसी शब्दों की मर्यादा भूल रहे हैं.
देखते ही देखते परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खड़े होकर बोलने लगे. इस दौरान वह काफी आक्रोश में दिखे. सीएम ने विपक्ष के विधायक विधनसभा में गुंडागर्दी किये. वे लोग याद करें कि क्या हुआ था. जनता भी देखी है. विपक्षियों को जनता भी ठीक से जवाब देगी. आगबबूला नीतीश ने उंगली दिखाते हुए कांग्रेस के नेताओं को कहा कि वे भी आरजेडी के चक्कर में पड़कर अपने आप को बर्बाद कर रहे हैं.
जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोल ही रहे थे कि जेडीयू पार्टी के एमएलसी संजय सिंह और बीजेपी के एमएलसी घनश्याम ठाकुर आपे से बाहर हो गए और अपनी सीट से उठकर सीधे आरजेडी एमएलसी के पास चले गए. पक्ष और विपक्ष के नेता इतना गर्म हो गए कि सभापति भी अपनी सीट से उठ गए और उनलोगों को समझाने लगे. उनसे बैठने का आग्रह करने लगे और बोले कि आपलोग बैठ जाइये. नहीं तो जो आजतक नहीं हुआ है, वो करना पड़ेगा. लेकिन इसके बावजूद भी संजय सिंह और घनश्याम ठाकुर अपनी सीट पर नहीं गए और वे आरजेडी एमएलसी सुबोध राय और सुनील सिंह से उलझने लगे. एक दूसरे को उंगली दिखाने लगे. हालांकि इस दौरान रामचंद्र पूर्वे और सत्ता पक्ष के दिलीप जायसवाल ने नेताओं को समझाकर उन्हें वापस भेजा.
सदन में इस हंगामे के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि जनता गुंडागर्दी का ठीक से जवाब देगी. विपक्ष के लोग अटैक करते हैं. सत्ता पक्ष के लोग अटैक नहीं करते हैं. चुपचाप अपने कार्यक्रम में हिस्सा लीजिये और अपनी बात कहिये. आपकी क्या संख्या है ? और इधर यानी कि सत्ता पक्ष की कितनी संख्या है देख लीजिये.