PATNA : बिहार विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार समीर कुमार सिंह का नामांकन रद्द हो सकता है. कल आनन फानन में नामांकन करने वाले समीर कुमार सिंह के कागजातों में कई गड़बड़ियां पायी गयी हैं. जेडीयू ने उनके कागजातों में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. मामले की जांच इलेक्शन कमीशन के ऑबजर्वर करेंगे.
नामांकन पत्र की जांच के दौरान उठा मामल
दरअसल बिहार विधान परिषद चुनाव में नामांकन खत्म होने के बाद आज नामांकन पत्रों की जांच हो रही थी. जांच के दौरान ही जेडीयू की ओर से मौजूद प्रतिनिधि और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने आपत्ति जताते हुए उनका नामांकन पत्र रद्द करने की मांग की. श्रवण कुमार ने कहा कि समीर कुमार सिंह के नामांकन पत्र में कई गड़बड़िया पायी गयी हैं.
बिहार के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि किसी भी चुनाव में नामांकन पत्र भरने के लिए चुनाव आयोग फार्मेट देता है. लेकिन समीर कुमार सिंह ने कल जो नामांकन पत्र भरा वो अलग ही फार्मेट था. कर्मचारियों की संपत्ति घोषित करने के लिए एक फार्मेट में समीर कुमार सिंह ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. श्रवण कुमार ने बताया कि कल समीर कुमार सिंह ने कल जो नामांकन पत्र दाखिल किया उसमें संपत्ति का ब्योरा भी सही नहीं था. उनके इनकम टैक्स रिटर्न से उनका नामांकन पत्र में दिया गया ब्योरा मेल नहीं खा रहा था.
चुनाव आयोग के ऑबजर्वर कर रहे जांच
जेडीयू की आपत्ति के बाद चुनाव आयोग के आबजर्वर ने मामले की जांच शुरू कर दी है. चुनाव आयोग के पास उनके नामांकन पत्र को भेजा गया है जिसमें पूरी जांच पड़ताल की जा रही है. आज देर शाम तक चुनाव आयोग का फैसला आने की उम्मीद है.
समीर सिंह ने कहा- कागजात उपलब्ध करा दिये हैं
उधर कांग्रेसी उम्मीदवार समीर सिंह ने कहा कि उनके नामांकन पत्र में छोटी-मोटी कमी थी. आज उन्होंने चुनाव पदाधिकारी के पास जाकर सारे कागजात ठीक करा दिये हैं.
गौरतलब है कि कल आनन फानन में समीर कुमार सिंह को कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया गया था. कांग्रेस ने पहले तारिक अनवर को अपना उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन तारिक अनवर के बिहार के वोटर ही नहीं है. लिहाजा वे विधान परिषद चुनाव में नामांकन ही नहीं कर सकते थे. ऐसे में कांग्रेस में आनन फानन में समीर कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया. हड़बड़ी में नामांकन करने गये समीर कुमार सिंह से कई गड़बड़ी हो गयी है.