PATNA : बिहार विधानमंडल मानसून सत्र के दौरान दोनों ही सदनों में राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा का जोरदार हंगामा जारी है। जहां विधानसभा में नेता विपक्ष विजय कुमार सिन्हा के अगुवाई में तेजस्वी से इस्तीफे की मांग पर हुए हैं तो वहीं अब विधान परिषद् के अंदर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी शिक्षकों की गिरफ्तारी और बहाली को लेकर सभापति से भीड़ गए। सम्राट सभापति के आसन के पासकर आकर सभापति से सवाल करने लगे। जिसके बाद हंगामा बढ़ते देख सभापति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक स्थगित कर दिया है।
दरअसल, विधान परिषद् के अंदर दूसरे दिन सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई वैसे भी भाजपा सदस्य शिक्षक नेताओं को नजरबंद करने के बारे में जानकारी दी। भाजपा के तरफ से सबसे पहले नवल किशोर यादव ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि- आज राज्य में इमरजेंसी से भी गंभीर हालात हो गए हैं। पुलिस शिक्षकों व उनके नेताओं को घऱ में बंद कर दी है। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। जिसके बाद भाजपा के अन्य सदस्य भी आ गए और नारेबाजी करने लगे और वेल में पहुंच गए।
वहीं, भाजपा के तरफ से नारेबाजी के बीच संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि -मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा है कि- शिक्षक संगठन से बात करेंगे और नियम के अनुसार काम करेंगे। मंत्री ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की बात से इन लोगों को संतुष्टि नहीं है तो इन्हें शिक्षकों से कोई सहानुभूति नहीं है।जिसके बाद सभापति ने कहा कि- जब मुख्यमंत्री ने आश्वासन दे दिया तो आप लोग बैठ जाइए। इस बीच सम्राट चौधऱी ने खड़े हो गए और कहा कि- मुख्यमंत्री ने जब समीक्षा की बात कह रहे तो फिर हाऊस अरेस्ट क्यों कर रहे। आप लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं। इस पर विजय चौधरी ने जवाब दिया कि -जब मुख्यमंत्री ने कह दिया है तो फिर आंदोलन क्यों? इसलिए हाऊस अरेस्ट किया गया है। इसके बाद भो भाजपा के तरफ से हंगामा बंद नहीं हुआ तो फिर सभापति ने सदन स्थगित कर दिया।
इधर, सदन सदन स्थगित होने के बाद सभापति जबान छोड़कर जाने लगे तो सम्राट चौधरी ने उन्हें बीच में टूटते हुए कहा कि यह सही नहीं हो रहा है या गलत हो रहा है इस तरह से नहीं चलेगा। इसके बाद सभापति ने कहा नहीं यार सब नहीं होगा तो सम्राट चौधरी ने कहा कि सभापति महोदय अगर पहले ऐसा हुआ होगा तो होगा नहीं हुआ होगा तो नहीं होगा। आप रुलिन दीजिए अगर पहले नहीं चला है तो नहीं चलेगा।