Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान का समर्थन कर फुदक रहे तुर्की पर भड़के ओवैसी, याद दिलाई औकात.. Nepal Bangladesh Border: नेपाल-बांग्लादेश सीमा से सटे थाने बनेंगे हाईटेक, तस्करी और घुसपैठ पर लगेगी पूरी तरह रोक Jharkhand News: एनआईटी के होनहार छात्र ने मौत को लगाया गले, जानिए आखिर क्या था कारण? RBI 20 rupees note :नोट बदलने की फिर तैयारी? जानिए 20 रुपये के नोट को लेकर क्या बोला RBI! Bihar News: मदरसे में मासूम को तालिबानी अंदाज में दी यातना, मौलाना की पोल खुलने पर मची सनसनी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 16 Feb 2024 09:54:35 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : राज्यसभा की 6 सीटों के लिए बिहार में नामांकन करने वाले सभी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित होंगे। 15 फरवरी गुरुवार को नामांकन करने की अंतिम तिथि थी और तय समय तक सिर्फ छह उम्मीदवारों ने नामाकंन किया है।इससे सभी नामांकन करने वाले निर्विरोध निर्वाचित होंगे यह अब तय ही माना जा सकता है। क्योंकि, यदि को सातवां उम्मीदवार होता तो उस स्थिति में वोटिंग की स्थिति बन सकती थी, लेकिन 6 रिक्त हो रही सीटों पर सिर्फ 6 उम्मीदवारों का ही नामांकन हुआ है। इससे उनके निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है।
वहीं, इस दफे बिहार से राज्यसभा के लिए नामांकन करने वालों में भाजपा के भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता हैं। वहीं जदयू ने संजय झा को उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर महागठबंधन से राजद मनोज झा और संजय यादव ने नामांकन किया है। जबकि कांग्रेस ने डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इस तरह से 6 रिक्तियों के लिए 6 उम्मीदवार हैं। अब इन सबका निर्वाचन निर्विरोध होना तय है। हालांकि इनेक जीत की औपचारिक घोषणा 27 फरवरी को होगी।
लेकिन, इन सबके बीच जो अहम जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक राज्यसभा चुनाव में जदयू को एक सीट का नुकसान हुआ है। जिन छह सीटों पर रिक्तियां हो रही थी उसमें दो सीट जदयू के कब्जे थी। इसमें से एक वशिष्ठ नारायण सिंह और दूसरे अनिल हेगड़े का सीट था और अब इन दोनों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। लेकिन इस बार जदयू के पास सिर्फ एक सीट ही वापस आ रही है. इसका मुख्य कारण जदयू के विधायकों की कम संख्या है। जदयू के सिर्फ 45 विधायक हैं और राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 एमएलए के समर्थन की जरूरत रहती है। ऐसे में पार्टी को सिर्फ एक सीट पर ही सिमट जाना पड़ रहा है।
वहीं, इस बार रिक्त हो रही सीटों में भाजपा के पास सिर्फ एक सीट थी। इस सीट पर सुशील कुमार मोदी कैंडिडेट थे। लेकिन पार्टी ने इस बार सुशील मोदी को राज्यसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया है। इस बार भाजपा के भीम सिंह और धर्मशीला गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है। इस बार भाजपा के विधायकों की संख्या 78 है। ऐसे में पार्टी के दो उम्मीदवार आसानी से चुनाव जीत रहे हैं। इस तरह भाजपा को एक तरह से एक सीट का फायदा हो रहा है।
उधर, राज्यसभा सीटों के इस चुनाव में राजद और कांग्रेस अपनी 3 सीटों को बचाने में सफल हो रहे हैं। राजद के पास दो सीट थी और इस बार भी राजद के मनोज झा और संजय यादव की जीत तय है। कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायकों के समर्थन से कांग्रेस उम्मीदवार अखिलेश सिंह भी लगातार दूसरी बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो जाएंगे।