PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के सियासी गलियारे से निकलकर सामने आ रही है, जहां एनडीए की सरकार ने तेजस्वी यादव और आरजेडी के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। बिहार सरकार ने विभिन्न विभागों के मंत्री रहे डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी यादव और आरजेडी कोटे के मंत्रियों को मिले विभागों की समीक्षा कराने का फैसला लिया है।
दरअसल, बिहार की सत्ता में वापसी के बाद बीजेपी कोटे से डिप्टी सीएम बने सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव और आरजेडी कोटे के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनके विभागों की सभी फाइलों को खोलने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि किसी को नहीं बख्शा जाएगा और सभी की फाइल खोली जाएगी।
सम्राट चौधरी के बाद विधानसभा में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के मंत्रियों और तेजस्वी यादव पर कमाई करने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा था कि ये लोग कमाई करने लगे थे इसलिए साथ छोड़ दिया। मुख्यमंत्री ने सदन में ऐलान किया था कि वे सभी चीजों की जांच कराएंगे।
मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद शुक्रवार को मंत्रिमंडल सचिवालय ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। मंत्रिमंडल सचिवालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक महागठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा होगी। इसके साथ ही साथ सरकार आरजेडी कोटे के दो विभागों खान एवं भूतत्व विभाग और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यो की भी समीक्षा कराएगी।
सरकार ने फैसला लिया है कि 1 अप्रैल 2023 से लेकर 28 जनवरी 2024 तक इन विभागों के मंत्रियों द्वारा लिए गए फैसलों की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के बाद अगर उन आदेशों में संशोधन करने की जरूरत होगी तो उसे संशोधित किया जाएगा। इस फैसले से साफ हो गया है कि सरकार ने पूर्व की सरकार में डिप्टी सीएम के साथ साथ विभिन्न विभागों के मंत्री का दायित्व संभाल चुके तेजस्वी यादव और उनके दो मंत्रियों ललित यादव और रामानंद यादव के विभागों की जांच कराएगी।
उधर, राजद कोटे के मंत्रियों की पहली फाइल खुल गयी है, इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गयी है। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने आज श्रम संसाधन विभाग की फाइलें टटोली। श्रम संसाधन विभाग के तहत ही बिहार के सारेआईटीआई कॉलेज आते हैं। विजय कुमार सिन्हा ने सारे फाइलों के निरीक्षण के बाद कहा कि आईटीआई कॉलेजों के लिए मशीनरी औऱ दूसरे सामानों की खरीददारी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पकड़ी गयी है।
उन्होंने कहा कि दो हजार से 5 हजार का सामान 50 हजार में खरीदा गया। बडे पैमाने पर ऐसे सामानों की खरीददारी की गयी है। इसकी जांच के आदेश दे दिये गये हैं। पहले विभागीय स्तर पर जांच होगी। जरूरत पड़ी तो निगरानी जांच करायी जायेगी। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि श्रम संसाधन विभाग में बड़े पैमाने पर खेल चल रहा था। दागी अधिकारियों की मलाईदार जगह पर पोस्टिंग की गयी थी।