बिहार सरकार के कोरोना जांच रिपोर्ट पर उठे सवाल, कांग्रेस बोली- स्वास्थ्य विभाग कर रहा फर्जीवाड़ा

बिहार सरकार के कोरोना जांच रिपोर्ट पर उठे सवाल, कांग्रेस बोली- स्वास्थ्य विभाग कर रहा फर्जीवाड़ा

PATNA : बिहार में संदिग्धों का कराया जा रहा कोरोना टेस्ट सवालों के घेरे में आ गया है। वैशाली के रहने वाले युवक की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई उसकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। इस बेहद चौकाने वाले मामले में जो दो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक 48 घंटे के अंदर ही बिना किसी इलाज के राघोपुर के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव से निगेटिव हो गई। वहीं अब स्वास्थ्य विभाग की कोरोना जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़े होने शुरू हो गये हैं। कांग्रेस ने रिपोर्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है।पार्टी का कहना है कि सरकार पॉजिटिव रिपोर्ट को निगेटिव और निगेटिव को पॉजिटिव करने का फर्जीवाड़ा कर रही है।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि बार-बार कोरोना रिपोर्ट में गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं। लगातार पॉजिटिव रिपोर्ट निगेटिव और निगेटिव रिपोर्ट पॉजिटिव होने के मामले सामने आ रहे हैं। उन्होनें कहा कि आरएमआरआई और  पटना एम्स जैसे बड़े-बड़े संस्थानों की रिपोर्ट गड़बड़ आ रही है, ऐसे में बिहार सरकार क अस्पतालों और स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होते दिख रहा है।सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के प्रयासों पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। उन्होनें कहा कि सरकार कोरोना मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रही है। जांच रिपोर्ट में भी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होनें नीतीश कुमार से अपील की कि कोरोना के नाम पर सरकार ये खेल बंद करे। उन्होनें कहा कि वैसे भी सरकार के लोग मछली पार्टी कर सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ रहे हैं।



बता दें कि वैशाली के रहने वाले युवक की मौत 17 अप्रैल को पटना एम्स में हुई थी। इसके पहले उसके रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। 15 अप्रैल की रात 9 बजे इस युवक की पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसका सैंपल 15 अप्रैल की सुबह लिया गया था और उसी शाम रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में रखा गया साथ ही साथ उसके परिजनों को भी क्वॉरेंटाइन किया गया था। 16 अप्रैल को युवक की तबीयत अचानक से बिगड़ गई और उसे वेंटिलेटर पर ले जाना पड़ा। 17 अप्रैल को एक बार फिर से सुबह में उसका टेस्ट सैंपल लिया गया था लेकिन उसी दिन दोपहर को उसकी मौत हो गई। अब 17 अप्रैल को लिए गए टेस्ट सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पटना एम्स में युवक की मौत का कारण मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर बताया है लेकिन राज्य सरकार ने खुद अधिकारिक तौर पर कोरोना की वजह से मौत की पुष्टि की।