PATNA : बिहार में इन दिनों नगर निकाय चुनाव में अतिपिछड़ा को आरक्षण देने के मसले पर बबाल मचा हुआ है। इसको लेकर लगातार विपक्ष द्वारा नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल उठाया जा रहा है। इसी कड़ी में अब बिहार विधान परिषद् के नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने भी नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, अतिपिछड़ा आयोग की जो रिपोर्ट नीतीश जी बनवा रहे है यह सही नहीं है।
दरअसल, बिहार विधान परिषद् के नेता विपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि, बिहार की राजनीत के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार मजाक का रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, अक्टूबर महीने में ही नीतीश कुमार जी की सरकार ने हाईकोर्ट के निर्णय के बाद अतिपिछड़ों के आरक्षण के मामले में कमिटी बनाई और इसके निर्णय के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया, लेकिन रद्द नहीं किया गया। यह दुर्भाग्य है कि नीतीश कुमार जी जो रिपोर्ट बनवा रहे हैं उसमें उनके पार्टी के लोग शामिल हैं। इनलोगों को यह पहले से ही बता दिया गया है कि रिपोर्ट में क्या - क्या लिखना है। यह अतिपिछड़ों का अपमान है।
सम्राट ने कहा कि, इस सरकार ने यह पहले से ही तय कर लिया है कि हम चुनाव पुराने नोटिफिकेशन के आधार पर करवाएंगे। इनलोगों को रिपोर्ट आने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इनलोगों को पहले से यह मालूम है कि रिपोर्ट में क्या होगा। लेकिन, यह बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि यदि 13 दिसंबर तक इस मामले में एक न्यायइक कमिटी नहीं बनती है तो हमलोग आंदोलन करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने टीईटी और सीटीईटी के शिक्षक को लेकर भी जोरदार हमला बोला, उन्होंने कहा कि बिहार के पौने 2 लाख टीईटी और सीटीईटी के शिक्षकों की बहाली को लेकर 2010 में अनिवार्ता की गई तो समान्य वेतन की चर्चा उसमें किया गया। लेकिन, बिहार की सरकार ने उसे भी नियोजन में रख दिया। इसलिए हमारी मांग है कि इसे नियोजन से अलग से करना चाहिए।