बिहार: सदर अस्पताल में घंटों चला मृत बच्ची को जिंदा करने का खेल, सांप के डसने से हुई थी मौत

बिहार: सदर अस्पताल में घंटों चला मृत बच्ची को जिंदा करने का खेल, सांप के डसने से हुई थी मौत

MUNGER: चंद्रयान 3 की सफलता के बाद अब जब लोग चांद पर बसने का सपना देख रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ समाज में कुछ ऐसे लोग अब भी मौजूद हैं जो विज्ञान के इस युग में अंधविश्वास के मकड़जाल में फंसे हुए हैं। मुंगेर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां सांप के डसने से मरी बच्ची को जिंदा करने के लिए सदर अस्पताल में घंटों झाडफूंक और तंत्रमंत्र का खेल खेला गया लेकिन आखिरकार बच्ची जीवित नहीं हो सकी।


दरअसल, जमालपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव निवासी महादेव मंडल की 12 साल की बेटी की मौत सांप के डसने से हो गई थी। शुक्रवार की देर राच जब बच्ची कमरे में सो रही थी, तभी जहरीले सांप ने उसे डस लिया था। सांप के डसने के बाद परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन के सांप को भी डब्बा में बंद कर अस्पताल ले आए थे। बच्ची की मौत के बाद उसे जिंदा करने का खेल शुरू हुआ।


सदर अस्पताल में डॉक्टरों की मौजूदगी में मृत बच्ची को जिंदा करने की कोशिश शुरू हो गई। बच्ची को जिंदा करने के लिए लखीसराय के तांत्रिक मनोज पासवान को सदर अस्पताल में बुलाया गया था। ढोंगी तांत्रिक बच्ची के मृत शरीर में जान फूंकने का ड्रामा करता रहा। करीब एक घंटे तक अस्पताल परिसर में झाड़ फूंक का खेल चलता रहा। इस दौरान अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी।


काफी देर तक ड्रामा करने के बाद जब बच्ची जिंदा नहीं हो सकी तो तांत्रिक ने हार मान लिया और मृत बच्ची के परिजनों से कहा कि बच्ची के मरे काफी वक्त बीत गया है, ऐसे में अब वह जिंदा नहीं हो सकती है, इसलिए अब बच्ची का दाह संस्कार कर देना चाहिए। इतना सुनते ही परिजनों में चीख पुकार मच गई। सबसे बड़ी बात यह रही कि अस्पताल परिसर में घंटों यह खेल चलता रहा लेकिन किसी ने इसे रोकने की कोशिश नहीं की। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने चुप्पी साध ली है।