CHAPARA: बिहार के कुछ इलाकों में 'पकड़ौआ' या 'पकड़वा' विवाह चलन में है। यह एक तरह का जबरन या बलपूर्वक किया जाने वाला विवाह है। इसे फोर्स मैरिज भी कहते हैं। इसमें लड़के को जबरदस्ती शादी के लिए मजबूर किया जाता है। पकड़ौआ विवाह का ताजा मामला छपरा में सामने आया है। जहां प्रेमिका से मिलने पहुंचे एक प्रेमी को लड़की के परिजनों ने पकड़ लिया फिर दोनों की शादी करवा दी।
पकड़ौआ विवाह का यह मामला छपरा के पानापुर थाना क्षेत्र के धेनुकी गांव का है। बताया जाता है कि सीवान के गोरियाकोठी थाना क्षेत्र के बरहिमा गांव निवासी चंद्रदेव राम के बेटे सुजीत राम का ननिहाल छपरा है। जहां वह अपने नाना-नानी के घर पर रहता था। इसी दौरान छपरा के धेनुकी गांव के रहने वाले श्यामलाल राम की पुत्री मनीषा के साथ सुजीत का प्रेम प्रसंग काफी दिनों से चल रहा था।
दोनों एक साथ कोचिंग में पढ़ते थे इसी बीच दोनों एक दूसरे को चाहने लगे। इस बात की जानकारी लड़की के घरवालों को नहीं थी और ना ही लड़के वालों को ही पता था। बीते सोमवार की रात जैसे ही लड़का अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा दोनों को साथ देख लड़की के घरवालों ने लड़के को पकड़ लिया और घर के कमरे में उसे बंद कर दिया।
इस बात को लेकर दोनों परिवार के बीच कहासुनी होने लगी। जिसके बाद ग्रामीणों मौके पर पहुंच गये और इस बात की सूचना लोगों ने पुलिस को भी दे दी। जिसके बाद स्थानीय मुखिया और इलाके के बुद्धिजीवियों ने दोनों के परिजनों को समझाने की कोशिश की। दोनों परिवार की रजामंदी के बाद ही दोनों की शादी करवाई गयी। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी रही। गांव के ही एक मंदिर में हुई इस शादी को देखने के लिए कई लोग पहुंचे। शादी देखने आए ग्रामीणों ने नवदंपति को आशीर्वाद भी दिया।