PATNA: बिहार की डबल इंजन सरकार राज्य से बाहर दूसरे प्रदेशों में रहने वाले बिहारियों को बड़ी सौगात देने जा रही है। त्योहारों के मौके पर अपने गांव आने वाले प्रवासी बिहारियों का छठ घाटों पर आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए छठ घाटों पर विशेष कैंप लगाए जाएंगे। इन कैंपों में उन लोगों के भी आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे, जिन लोगों ने अभी तक नहीं बनवाया है।
इसको लेकर नीतीश सरकार ने बीते 26 अक्टूबर से ही पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर टर्मिनल, पाटलिपुत्र और दानापुर रेलवे स्टेशन समेत बस स्टैंड पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कैंप चालू कर दिया है, जो आगामी 8 नवंबर तक चलेंगे। इसके साथ ही सरकार ने 4 से 8 नवंबर तक राज्यभर के प्रमुख छठ घाटों पर कैंप लगाने का फैसला लिया है। इस बीच हर दिन एक कैंप में पांच सौ आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
जानकारी के मुताबिक, प्रमुख छठ घाटों पर पांच कैंप लगाए जाएंगे जबकि हर ग्राम पंचायत में एक कैंप लगाकर लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इस योजना के तहत लाभार्थी परिवारों के हर सदस्य का साल में पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज सरकार की तरफ से उपलब्ध कराया जाता है, जो पूरी तरह से कैशलेस होता है। स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को पटना में स्टेशन पर लगाए गए कैंपों का उद्घाटन किया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत बिहार में करीब डेढ़ करोड़ परिवारों के 3.57 सदस्यों का आयुष्मान कार्ड जारी किया है। राज्य में 1.79 करोड़ परिवारों के करीब 8 लाख से अधिक लोग इस योजना का लाभ लेने के योग्य हैं। इस साल में अभी तक 2.70 करोड़ लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। बिहार के पांच सौ से अधिक सरकारी और चार सौ से अधिक निजी अस्पताल इसके दायरे में आते हैं। इन अस्पतालों में पांच लाख तक का मुफ्त इलाज का लाभ लाभार्थी उठा सकते हैं।