PATNA : बिहार में कोरोना की रोकथाम को लेकर तमाम उपाए कारगर साबित हो रहे हैं. साथ ही लॉकडाउन का भी काफी असर देखने को मिल रहा है. फर्स्ट बिहार झारखंड आपको एक बार फिर से डेटा एनालिसिस की खबर बता रहा है, जो कहीं न कहीं बिहार सरकार और यहां के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है. राज्य सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में एक सप्ताह में लगभग 94 हजार 600 से अधिक कोरोना मरीज स्वस्थ हुए हैं. जिसके कारण प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर 81.97% हो गया है. ख़ुशी की एक और बात ये है कि लगातार आठवें दिन भी प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरा है. हालांकि चिंता की बात है कि पिछले दिन टेस्ट की संख्या में थोड़ी कमी देखी गई है.
बिहार में कोरोना का कहर अब कम होता नजर आ रहा है. राज्य सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक सोमवार को सिर्फ 10 हजार 174 मरीज मिले हैं. बिहार सरकार के अनुसार पॉजिटिविटी रेट 10.16% तक नीचे पहुंच चुका है. आपको बता दें कि पिछले महीने यही पॉजिटिविटी रेट 16 फीसदी से भी ज्यादा था. एक दिन में टोटल एक लाख 112 लोगों की जांच की गई है. यानी कि कल से लगभग 9 हजार टेस्ट आज कम हुए हैं. ये थोड़ी चिंता की बात है. क्योंकि कोरोना पर नकेल कसने के लिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग अतिआवश्यक है.
बिहारवासियों के लिए राहत की बात है ये कि पिछले एक सप्ताह में 94 हजार 600 से अधिक कोरोना मरीजों ने जानलेवा वायरस को मात देकर सुरक्षित घर लौटे हैं. सरकारी आंकड़े से फर्स्ट बिहार की टीम ने पाया कि 4 मई को 11926, 5 मई को 11726, 6 मई को 13364, 7 मई को 13489, 8 मई को 14962, 9 मई को 13364 और 10 मई को सर्वाधिक 15 हजार 800 मरीज सिर्फ 24 घंटे में स्वस्थ हुए. यानी कि इस हफ्ते कुल 94 हजार 631 मरीजों ने कोरोना को हराकर नई जिंदगी हासिल की.
प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरने से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी कि आईसीएमआर और भारत सरकार, कोरोना के उतार-चढ़ाव के आकलन को लेकर लगभग एक सप्ताह के आंकड़ों का एनालिसिस करती है. इसलिए फर्स्ट बिहार की टीम भी एक सप्ताह के आंकड़ों को एकत्रित कर आपको बता रही है कि इस हफ्ते लॉकडाउन और तमाम उपायों के कारण कोरोना प्रदेश में कमजोर पड़ा है.
बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी रेट लगातार कम हो रही है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 30 अप्रैल को 16.14% था, जो इस महीने 10 मई को घटकर 10.16% हो गया है. फर्स्ट बिहार की टीम ने पिछले 8 दिनों के आंकड़े में देखा कि 3 मई को पॉजिटिविटी रेट 15.70% था. 4 मई को 15.59%, 5 मई को 15.58%, 6 मई को 14.40%, 7 मई को 12.56%, 8 मई को 11.98% और आज 9 मई 10.31% था. आज के ताजा आंकड़े के मुताबिक बिहार में पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरकर 10.16% तक आ गया है. आपको बता दें कि ये आंकड़े प्रतिदिन होने वाले टेस्ट की संख्या और संक्रमितों की संख्या के आधार पर ज्ञात किये गए हैं.
गौरतलब हो कि सोमवार को राजधानी पटना में सर्वाधिक 1 हजार 745 केस मिले हैं. इसके अलावा सूबे के दो और जिलों में भी 500 से अधिक मामले सामने आये हैं. गोपालगंज में 541 और 706 मामले सामने आये हैं. आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में कुल 1 लाख 112 लोगों की जांच हुई है. बिहार में अभी तक कुल 2 करोड़ 74 लाख 11 हजार 255 जांच की जा चुकी है. प्रदेश में अबतक कुल 4 लाख 93 हजार 189 मरीज ठीक हुए हैं. जिसके कारण स्वस्थ होने वाले का रिकवरी रेट बढ़कर 81.97% हो गया है. सूबे में अभी फिलहाल 1 लाख 5 हजार 103 केस एक्टिव हैं.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि "कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा मदद का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा राज्य के 9 मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया है. "
हेल्थ मिनिस्टर ने बताया कि "एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर, डीएमसीएच, दरभंगा, जेएलएनएमसीएच, भागलपुर और एमजीकेएमसीएच, बेतिया में 2 हजार लीटर प्रति मिनट क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट नमलीगढ़ रिफायनरी लिमिटेड (एनआरएल) द्वारा लगाया जाएगा. एनएमसीएच, पटना, जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा, विम्स, राजगीर और एमएनएमसीएच, गया में 2500 (एलपीएम) क्षमता वाला और पीएमसीएच में 5000 (एलपीएम) क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट ऑयल इंडिया लिमिटेड द्वारा लगाया जाएगा."