बिहार में 13 मरीजों ने कोरोना को दी मात, अब तक 413 लोग स्वस्थ होकर पहुंचे घर

बिहार में 13 मरीजों ने कोरोना को दी मात, अब तक 413 लोग स्वस्थ होकर पहुंचे घर

PATNA : बिहार में कोरोना का कहर बढ़ते ही चला जा रहा है। राज्य में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 999 पर पहुंच चुका है। वहीं पटना जिला में भी अब तक 99 कोरोना  पॉजिटिव मरीज पाए गये हैं। हालांकि इस बीच मरीजों को स्वस्थ होने  का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। बिहार में  13 और मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है। अब तक 413 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने ये जानकारी दी है।


स्वास्थ्य विभाग की मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। गुरुवार को विभाग द्वारा जारी अपडेट के मुताबिक 400 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे थे। अब इसमें 13 और लोगों का इजाफा हो चुका है। बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट ये सुखद समाचार देते हुए सभी के तंदरुस्त रहने की कामना की है।


पिछले 24 घंटे में जहां 94 नये मरीज मिले वहीं 25 मरीज स्वस्थ भी हुए। बिहार में अब तक 40 हजार 782 सैंपलों की जांच की जा चुकी है। प्रतिदि औसतन 1800 सैंपल लिए जा रहे हैं। जबकि एक हजार सैंपलों की जांच की जा रही है। बिहार में कोरोना जांच के लिए सात केन्द्र बनाए गये हैं।


हालांकि कोरोना महामारी और आपदा की हर दिन समीक्षा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में प्रतिदिन 10 हजार कोरोना जांच कराने का टारगेट रखा है। मुख्यमंत्री हाई लेवल मीटिंग के दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हैं कि राज्य के अंदर कोरोना टेस्ट की क्षमता बढ़ाई जाए। प्रवासी मजदूरों की संख्या को लेकर मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग कैपेसिटी बढ़ाने का आदेश दिया है लेकिन पटना जिले में स्वास्थ्य विभाग में मुख्यमंत्री के इस अभियान की हवा निकाल कर रख दी है। 


पटना जिले में अब एक दिन के अंदर 60 सैंपल की ही कोरोना जांच की जाएगी। पटना के सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी ने कहा है कि विभागीय बैठक में यह फैसला किया गया है कि एक दिन में जांच की सीमा को सीमित किया जाए। सिविल सर्जन डॉ आर के चौधरी के मुताबिक कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है जांच लैब की क्षमता सीमित होने के कारण हर किसी की जांच कर पाना संभव नहीं है लिहाजा अब इसे सीमित करते हुए एक दिन में 60 सैंपल की जांच करने का निर्णय लिया गया है। अब 60 से ज्यादा जांच कराने की स्थिति में सिविल सर्जन को कारण बताना होगा सिविल सर्जन ने साफ तौर पर कहा है कि 60 से ज्यादा सैंपल की जांच तभी की जाएगी जब चेन हिस्ट्री के मामले आएंगे।