बिहार में स्वास्थ्य विभाग का अजूबा कारनामा: मौत के 6 माह बाद आया कोरोना की दूसरी डोज देने का मैसेज

बिहार में स्वास्थ्य विभाग का अजूबा कारनामा: मौत के 6 माह बाद आया कोरोना की दूसरी डोज देने का मैसेज

MUZAFFARPUR: बिहार में स्वास्थ्य विभाग का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। कोरोना से जिस व्यक्ति की मौत 6 महीने पहले हुई थी। उस व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की दूसरा डोज दिए जाने का मैसेज और सर्टिफिकेट भेजा गया है। मामला सामने आने के बाद सीएस डॉ. विनय शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं।


मामला मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र के फुलकाहां की है। जहां 64 वर्षीय राम सिंहासन सिंह की मौत छह महीने पहले कोरोना से हुई थी। उनके बेटे कमल किशोर सिंह की माने तो उनके मोबाइल पर दूसरा डोज कम्पलीट होने का मैसेज आया है। इस मैसेज के आने के बाद परिवार के अन्य सदस्य भी हैरान हैं। 


मृतक के बेटे कमल किशोर सिंह ने इस मामले को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। जब यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ तब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हुई । जिसके बाद सीएस ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी।     


मृतक राम सिंहासन सिंह की मौत 10 मई को कोरोना के कारण हुई थी। घटना के बाद हॉस्पिटल और नगर निगम से डेथ सर्टिफिकेट भी मिला था। जिसके बाद सरकार की तरफ से चार लाख का मुआवजा भी मिला था। कमल किशोर सिंह ने बताया कि उनके पिता की मौत छह महीने पहले हो चुकी है जबकि कोरोना का दूसरा डोज दिए जाने का मैसेज और सर्टिफिकेट अभी आया है। जो स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।   


इस मामले पर मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार शर्मा ने बताया कि दूसरी डोज का सर्टिफिकेट तभी मिलता है जब किसी को वैक्सीन लगती है और वैक्सीन लगने के बाद नाम और आईडी की जांच करने के बाद ही कोरोना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट निर्गत किया जाता है। यह मामला संज्ञान में आया है। इसकी पूरी जांच की जाएगी। जांच के दौरान जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।