बिहार में सुखाड़ के हालात का जायजा आज फिर लेंगे मुख्यमंत्री, मुंगेर, लखीसराय, जमुई का करेंगे एरियल सर्वे

बिहार में सुखाड़ के हालात का जायजा आज फिर लेंगे मुख्यमंत्री, मुंगेर, लखीसराय, जमुई का करेंगे एरियल सर्वे

PATNA: बिहार में अबतक सामान्य से 42 फीसदी कम बारिश हुई है यानि ज्यादातर जिलों में सुखाड़ की स्थिति है। सीएम सूखे की संभावित स्थिति को लेकर लगातार समीक्षा कर रहे है। शनिवार को सीएम मुंगेर, लखीसराय और जमुई जिले में कम वर्षापात को लेकर हवाई सर्वेक्षण करेंगे। शुक्रवार को भी मुख्यमंत्री ने पटना, गया ,औरंगाबाद, नालंदा, जहानाबाद में सुखाड़ की स्थिति को लेकर एरियल सर्वे कर स्थिति का जायजा लिया।


कम बारिश से सुखे के हालात

बिहार में मानसून अवधि के दौरान 80 दिनों में 390 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से 42 फीसदी यानि 285 एमएम कम है जबकि पिछले साल इस दौरान 784 एमएम बारिश हुई थी। 15 छोटी नदियां सूख गई है जबकि आठ नदियों में पानी का स्तर निम्नतम है। गंगा, गंडक, महानंदा, कमला बलान, महानंदा, परमान नदी सहित कई नदियों के पानी के स्तर में कमी दर्ज की गई है। कम बारिश होने से नहरों में पानी 50 फीसदी से कम हो गया है। 


सीएम ने हर संभव मदद करने का दिया निर्देश

बिहार में कम वर्षापात को लेकर सीएम ने हवाई सर्वेक्षण और समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने सूखे की संभावित स्थिति को लेकर अधिकारियों को कई निर्देश दिये है। नीतीश कुमार ने अधिकारियों को कहा है कि किसानों को हर संभव मदद की तैयारी रखे। प्रखंडवार स्थिति का आकलन करवाएं, किसानों की मदद के लिए योजनाएं अविलंब बनाए। डीजल अनुदान योजना के तहत किसानों को डीजल अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं। किसानों को खेती के लिए 16 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें। जहां धान की रोपनी हो गई है वहां बचाव के लिए सिंचाई की समुचित सुविधा उपलब्ध कराएं। जो किसान अल्प वर्षापात के कारण खेती नहीं कर पाये है उनकी मदद करें। वैकल्पिक फसल योजना के तहत इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द बीज उपलब्धक कराएं जिससे किसानों को कृषि कार्य में राहत मिल सके। कम बारिश की वजह से पीने के पानी को कोई दिक्कत नहीं हो इसकी भी मॉनिटरिंग करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया।