PATNA : बिहार के डीएसपी पर विभागीय कार्यवाही की गई है. सोनपुर के तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार शर्मा जो वर्तमान में डीएसपी विशेष शाखा हैं, के खिलाफ गृह विभाग ने कार्रवाई की है. दरअसल इनके ऊपर आरोप है कि इन्होंने सोनपुर से तबादला होने के बाद विदाई समारोह में तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को लेकर अमर्यादित भाषा का उपयोग किया था. जिसके कारण निंदन और दो वेतन वृद्धियों को रोकने का दंड सुनाया है.
दरअसल 2 साल पहले 8 मार्च 2019 को सोनपुर के तत्कालीन डीएसपी पंकज कुमार शर्मा का तबादला किया गया था. उनके जगह पर नए डीएसपी अतानु दत्ता ने रात में 2 बजे ही कार्यभार ग्रहण कर लिया. निवर्तमान डीएसपी को अगले दिन शनिवार को डीएसपी कार्यालय सोनपुर के सभागार में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर विदाई दी गई. इस दौरान वहां सोनपुर के सैकड़ों लोग सहित नए डीएसपी अतानु दत्ता भी मौजदू थे. डीएसपी पंकज कुमार शर्मा पर आरोप है कि विदाई समारोह के दौरान सबके सामने उन्होंने कहा कि "मेरा ट्रांसफर एवं पोस्टिंग सीधे बिहार के डीजीपी के स्तर से हुआ है. वह भी समूह में नहीं बल्कि सिर्फ अकेले ही किया गया है."
डीएसपी पंकज कुमार शर्मा का ये बयान अगले दिन ही एक दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ. जब विभाग ने इस संदर्भ में उनसे जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि ये आरोप गलत है. उन्होंने ऐसा नहीं कहा. विदाई समारोह का समय भावुकता से भरा था. अचानक तबादला और रात में 2 बजे ही प्रभार देने के उत्पन्न भ्रम की स्थिति में मैंने कुछ प्रश्नों का जवाब दिया था. आपको बता दें कि इसी मामले में इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की गई है.
डीएसपी पंकज कुमार शर्मा का विवादों से काफी पुराना नाता रहा है. इससे पहले सितंबर 2018 में इनके ऊपर थानाध्यक्ष के साथ गाली-गलौज और मारपीट करने का आरोप लगा था. सोनपुर के डीएसपी रहते पंकज कुमार शर्मा पर सोनपुर थानाध्यक्ष राम सिद्धेश्वर आजाद ने यह आरोप लगाया था. जानकारी अनुसार बात-बाती और गाली-गलौज से होते-होते मामला हाथापाई तक पहुंच गया था. दोनों पदाधिकारियों की स्थिति देख थाना के अन्य पदाधिकारी और जवानों ने किसी तरह मामले को शांत कराया था.
अगले ही दिन इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष राम सिद्धेश्वर आजाद ने बताया था कि वह थाने पर सरकारी कार्य में व्यस्त थे, तभी अचानक एसडीपीओ श्री शर्मा पहुंचे और बिना कुछ सोचे-समझे जोर जोर से बोलने लगे और गाली गलौज करने लगे. जब थानाध्यक्ष ने कहा कि मेरे विरुद्ध कोई बात है तो आप रिपोर्ट कीजिए. इस तरह बात करना ठीक नहीं लेकिन वे नहीं माने और गाली गलौज करते हुए मेरी औकात बताने लगे. इतना ही नहीं वे मेरे साथ लप्पड़-थप्पड़ करने लगे. इस घटना की सूचना वरीय पुलिस अधिकारियों के देने के बाद उनके विरुद्ध स्टेशन डायरी की गई.
आपको बता दें कि दो साल पहले भी नवंबर 2019 में इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई थी. सोनपुर के तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार शर्मा पर एसडीपीओ सोनपुर रहते हुए जांच में गंभीर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था. यही नहीं, पंकज के खिलाफ कई अन्य कांडों में गंभीर लापरवाही बरतने का मामला भी सामने आया था. विभाग ने पहले बचाव अभिकथन की मांग की थी. उसके बाद उन्होंने अपना लिखित बचाव पक्ष समर्पित किया, जिसे विभाग ने अस्वीकार कर दिया था.