शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 22 Jun 2024 12:00:12 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार में जमीन की जाली रजिस्ट्री पर नकेल कसने की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है। सरकार ने जाली दस्तावेजों के आधार पर फर्जी रजिस्ट्री को रोकने के लिए नियमों में बदलाव किए हैं। राज्य में 20 साल से अधिक पुरानी रजिस्ट्री हुई जमीन का दाखिल-खारिज या जमाबंदी बिना एडीएम की जांच के अब नहीं होगी। भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के मंत्री दिलीप जायसवाल ने यह जानकारी दी है।
मंत्री दिलीप जायसवाल ने बताया कि राज्य में नकली केवाला का बड़ा रैकेट चल रही है। यह रैकेट नकली आधार कार्ड के सहारे फर्जी आदमी को खड़ा कर रजिस्ट्री ऑफिस की मिलीभगक से जमी की बिक्री करा देता है। राज्य के सभी जिलों में जल्द ही भूमि सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया जाएगा। जमीन से संबंधित सभी दस्तावेज अपडेट होंगे, जिससे भूमि विवाद के मामलों पर भी रोक लगेगी।
उन्होंने बताया कि जमीन संबंधी कागजातों में त्रुटियों को ठीक करने के लिए परिमार्जन प्लस पोर्टल शुरू किया गया है। इसके जरिए घर बैठे जमाबंदी में प्रविष्टि भी कराई जा सकती है, जो पुरानी जमाबंदी में छूट गई है। उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों में दो साल और ग्रामीण इलाकों में पांच साल से कार्यरत पदाधिकारियों का तबादला किया जाएगा।
वहीं उन्होंने कहा कि जान बूझकर दाखिल-खारिज के आवेदनों को रद्द किया जाता है ताकि अवैध उगाही की जा सके। ऐसे में आदेश दिया गया है कि आवेदक को नोटिस भेजकर उनका पक्ष सुनने बाद ही आवेदन को अस्वीकृत किया जाए। मुख्यमंत्री जल्द ही करीब 10 हजार कर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इन कर्मियों की ज्वाइनिंग के बाद जमीन संबंधी कार्यों में तेजी आएगी।