PATNA: बिहार में बडे संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव नियम औऱ प्रावधानों के खिलाफ है. लिहाजा वे अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर रहे हैं. अध्यक्ष ने कहा कि वे इस्तीफा भी नहीं देंगे।
बता दें कि पिछले बिहार में नीतीश-तेजस्वी की सरकार बनने के दिन ही यानि 10 अगस्त को बिहार विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा भाजपा के हैं. सूबे में जब जेडीयू-राजद औऱ कांग्रेस की नयी सरकार बनी को अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला लिया गया. जो संवैधानिक नियम हैं उनके मुताबिक अगर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो नोटिस के 14 दिनों के अंदर उस पर चर्चा औऱ वोटिंग करानी होती है.
इस बीच ये चर्चा चल रही थी कि चूंकि सदन में बीजेपी बड़े अंतर से अल्पमत में है इसलिए विधानसभा अध्यक्ष खुद पद से इस्तीफा दे सकते हैं. लेकिन अध्यक्ष खामोशी से बैठे रहे. लिहाजा कई तरह की चर्चायें शुरू हो गयी थी. आज अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सबसे बड़ा दांव खेल दिया. विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव नियमों के अनुकूल नहीं है इसलिए वे इसे खारिज कर रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे इस्तीफा भी नहीं देने जा रहे हैं.
संवैधानिक संकट की स्थिति
स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि कल सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं होगी. सदन में पहले सरकार का काम होगा. यानि सरकार को जो बहुमत हासिल करना है उसकी प्रक्रिया होगी. उसके बाद आगे कोई बात होगी. अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को कोई वोटिंग नहीं होगी.
उधर विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने भी अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के एलान के बाद मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव नियमों के तहत लाया गया है और उस पर 14 दिनों के अंदर चर्चा औऱ वोटिंग कराना होगा. लिहाजा 24 अगस्त को जब विधानसभा की कार्रवाई होगी तो स्पीकर विजय कुमार सिन्हा अपने आसन पर नहीं बैठ सकते.
विधानसभा के उपाध्यक्ष कह रहे हैं कि स्पीकर आसन पर नहीं बैठ सकते. उधर, स्पीकर कह रहे हैं कि आसन पर वे ही बैठेंगे और अविश्वास प्रस्ताव पर कोई चर्चा नहीं होगी. उसे खारिज किया जा चुका है. ऐसे में संवैधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न होती जा रही है. कल यानि 24 अगस्त को विधानसभा में क्या होगा ये देखना दिलचस्प होगा.