PATNA: नीतीश कुमार चाहते हैं कि बिहार के बिजली उपभोक्ता अपने घर में बिजली का स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगायें. बिल्कुल प्रीपेड मोबाइल की तरह. जितना पैसा पहले भरवाइये उतनी बिजली मिलेगी. पैसे खत्म हुए तो बिजली खुद ब खुद गुल जायेगी. सूबे में अब तक लगाये प्रीपेड मीटर में उपभोक्ताओं की शिकायतों का अंबार लगा है लेकिन नीतीश सरकार ने आज हर घर में प्रीपेड मीटर लगाने का फैसला ले लिया. राज्य कैबिनेट ने पैसे की मंजूरी दे दी है, जिससे कि हर बिजली उपभोक्ता के घर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जा सके।
लोन लेकर सरकार खरीदेगी प्रीपेड मीटर
नीतीश सरकार ने सर्वे करा रखा है कि बिहार के हर घर में प्रीपेड बिजली मीटर लगाने पर कितना पैसा खर्च होगा. सरकारी आकलन है कि इसमें 11 हजार करोड़ रूपया खर्च होगा. सूबे में बिजली का काम देखने वाली सरकारी पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के पास इतना पैसा नहीं है।
लिहाजा आज हुई कैबिनेट में ये तय किया गया कि नाबार्ड से कर्ज लेकर प्रीपेड मीटर लगाया जाये. प्रीपेड मीटर पर खर्च होने वाले कुल 11 हजार करोड में से 3 हजार करोड़ रूपये बिहार सरकार ने दे दिया है और बाकी 8 हजार करोड रूपये नाबार्ड से कर्ज लेकर खर्च करने की मंजूरी दी गयी है. नीतीश कुमार की कैबिनेट की आज हुई बैठक में ये फैसला ले लिया गया।
शिकायतों का अंबार लेकिन नहीं मानेंगे नीतीश
बिहार में दो साल पहले बिजली का प्रीपेड मीटर लगाने की शुरूआत की गयी थी. पुराने मीटर की जगह बिजली विभाग ऐसा मीटर लगा रहा है जिसमें आप जितना पैसा रिचार्ज करायेंगे उतनी ही बिजली खर्च कर पायेंगे. सूबे में कई घरों में ऐसा मीटर लगाया जा चुका है लेकिन लोगों को प्रीपेड मीटर को लेकर कई शिकायतें हैं।
कुछ दिनों पहले प्रीपेड मीटर का पूरा सर्वर ही ठप हो गया था. उससे बिजली कंपनी के साथ साथ लोगों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी. लेकिन नीतीश कुमार सूबे के हर में प्रीपेड मीटर लगवाने पर आमदा हैं।